उत्तर प्रदेश पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का कृष्ण जन्मभूमि, वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर, हापुड़ और सहारनपुर रेलवे स्टेशनों पर बम विस्फोट करने की धमकी भरा पत्र मिलने के बाद राज्य में हाई अलर्ट कर दिया है। इस खत के जरिए छह, आठ और 10 जून को इन प्रमुख स्थानों पर विस्फोट करने की धमकी दी गई है। इसके बाद मंगलवार देर रात सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया है। वैसे फ़िलहाल इस की प्रामाणिकता का पता लगाया जा रहा है। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सतर्कता की दृष्टि से बम निरोधक एवं श्वान दस्ते की भी मदद ली जा रही है। धमकी के मद्देनजर डीआईजी प्रवीण कुमार कानून व्यवस्था ने प्रदेश में सभी जिलों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
इस पत्र पर जम्मू एवं कश्मीर में एलईटी के क्षेत्रीय कमांडर मौलाना अंबू शेख के हस्ताक्षर हैं। वहीं, आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने जम्मू एवं कश्मीर के बांदीपुरा जिले के हाजिन सैन्य शिविर पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली। लश्कर के प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनवी ने श्रीनगर में एक समाचार एजेंसी को फोन कर हमले के पीछे अपने संगठन का हाथ होने का दावा किया।
मई 2017 में भी विश्वनाथ मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गई थी। अलर्ट के बाद मंगलवार देर रात सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के लिए चेकिंग अभियान भी चलाया गया।
वाराणसी एसएसपी राम कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए महत्वपूर्ण स्थानों की निगरानी कर रही है। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को सूचना संकलन के काम में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतने का निर्देश दिया गया है।
बता दें कि अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले में भी लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था। लश्कर-ए-तैयबा दक्षिण एशिया के सबसे बडे़ इस्लामी आतंकवादी संगठनों में से एक है। हाफिज़ सईद ने इसकी स्थापना अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में की थी। वर्तमान में यह पाकिस्तान के लाहौर से अपनी गतिविधियां चलाता है और पाक अधिकृत कश्मीर में अनेकों आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चलाता है। इस संगठन ने भारत के विरुद्ध कई बड़े हमले किये हैं।