कुशीनगर हादसा: दर्दनाक हादसे के बाद प्रिंसिपल और मैनेजर फरार, बिना मान्यता के चल रहा था स्कूल

कुशीनगर हादसे में 13 बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद मानव रहित क्रॉसिंगों को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। पूर्व में भी गोरखपुर-बस्ती मंडल में मानव रहित क्रॉसिंग पर ऐसे दर्दनाक हादसे हो चुके हैं। गुरुवार सुबह कुशीनगर में हुई दुर्घटना के लिए काफी हद तक ड्राइवर की लापरवाही भी सामने आ रही है। खबर है कि जिस क्रासिंग पर यह हादसा हुआ वहां गेट मित्र तैनात था। उसने स्कूल वैन को क्रासिंग पार करने की कोशिश करते और दूसरी तरफ से ट्रेन को आते देखा तो चेतावनी देने की कोशिश भी की। गेट मित्र आवाज देता रहा लेकिन कान में हेडफोन लगाए ड्राइवर ने उसकी आवाज सुनी ही नहीं। ड्राइवर की इस लापरवाही की वजह से उसे सीवान की तरफ से आती 55075 अप ट्रेन के इतने नजदीक आ जाने का एहसास ही नहीं हुआ और देखते-देखते उसकी वैन ट्रेन से जा टकराई।

हादसे के बाद स्कूल का प्रिंसिपल और मैनेजर फरार है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि स्कूल बिना मान्यता के चलाया जा रहा था।

कुशीनगर में हुए इस गंभीर हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने इस हादसे पर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, कुशीनगर जिले में हुए दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन दुर्घटना में स्कूली बच्चों की मृत्यु पर गहरा दुःख पंहुचा। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को संबल देने की प्रार्थना करता हूँ। दुर्घटना से प्रभावित लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था कराने व हर सम्भव मदद करने के निर्देश दिए हैं’। इसके साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में तुरंत जुट जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने मृतकों और घायल बच्चों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है।