राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) यहां जारी खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2019 के जरिए देश भर में डोपिंग रोधी कार्यक्रम चलाकर खिलाड़ी के बीच जागरुकता फैलाएगी। यह कार्यक्रम करीब 6000 खिलाड़ियों के लिए आयोजित किया जाएगा।
नाडा ने महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने बुधवार को यहां डोपिंग रोधी कार्यक्रम के दौरान कहा, "हम जानते हैं कि यह डोपिंग को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए यह सबसे अच्छा मंच है क्योंकि यहां भारत के सबसे अच्छे युवा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। भविष्य में इन्हीं में से कुछ खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। पिछले वर्ष दिल्ली में खेलो इंडिया के दौरान करीब 12 खिलाड़ी प्रतिबंधित दवाओं का सेवन करने के कारण जांच के दौरान पॉजिटिव पाए गए थे और इसलिए हम यहां हर खिलाड़ी तक पहुंच रहे हैं।"
अग्रवाल ने कहा कि नाडा ने अपनी वेबसाइट पर अंतर्राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) द्वारा जारी की गई प्रतिबंधित दवाओं की सूची मुहैया कराने के अलावा खिलाड़ियों की मदद करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी चालू किया है।
पिछले दो दिनों में इस कार्यक्रम के जरिए 700 से अधिक खिलाड़ियों को जानकारी दी जा चुकी है। नाडा ने अब तक 19 आउट ऑफ कम्पटीशन सैम्पल एकत्रित किए हैं और 20 जनवरी तक चलने वाले इन खेलों के दौरान कई और टेस्ट किए जाएंगे।
बीते साल खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के दौरान नाडा ने 377 सैम्पल जमा किए थे।