नई दिल्ली। 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करने वाले आतंकवादी समूह हमास के एक नेता ने शुक्रवार को केरल के मलप्पुरम में सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट द्वारा आयोजित एक रैली में कथित तौर पर भाग लिया। सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट जमात-ए-इस्लामी की युवा शाखा है। एक वीडियो में हमास नेता खालिद माशेल को लोगों को संबोधित करते देखा जा सकता है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, खालिद माशेल ने रैली को ऑनलाइन संबोधित किया। माशेल के संबोधन की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने निंदा की है। उन्होंने केरल पुलिस पर सवाल उठाया और माशेल की भागीदारी के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
सुरेंद्रन ने एक्स (ट्विटर) पर कहा, मलप्पुरम में सॉलिडेरिटी कार्यक्रम में हमास नेता खालिद माशेल का वर्चुअल संबोधन चिंताजनक है। पिनाराई विजयन की केरल पुलिस कहां है? 'फिलिस्तीन बचाओ' की आड़ में, वे एक आतंकवादी संगठन हमास और उसके नेताओं को 'योद्धा' के रूप में महिमामंडित कर रहे हैं। यह अस्वीकार्य है!
इस बीच, शुक्रवार को केरल की भाजपा इकाई ने फिलिस्तीन के समर्थन में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की रैली में भाग लेने के लिए कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य और लोकसभा सांसद शशि थरूर की आलोचना की और इसे हमास समर्थक कार्यक्रम करार दिया। युद्ध से तबाह फिलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए हजारों IUML समर्थकों के कोझिकोड की सड़कों पर उतरने के एक दिन बाद, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस संघर्ष का इस्तेमाल राज्य में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है।
केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) के प्रमुख घटक दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने बृहस्पतिवार को यहां विशाल रैली आयोजित कर गाजा पट्टी में इजराइली हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत आम लोगों की कथित अंधाधुंध हत्याओं की निंदा की। आईयूएमएल के हजारों समर्थकों ने फलस्तीन एकजुटता मानवाधिकार रैली में भाग लिया। पार्टी के नेता पनाक्कड़ सैयद सादिक अली शिहाब थंगल ने इसकी शुरुआत की।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य शशि थरूर इस रैली में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। थरूर ने सभा को संबोधित करते हुए पिछले 19 दिन में इजराइल-हमास के बीच संघर्ष में निर्दोष लोगों के मारे जाने पर अफसोस जताया। तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर ने कहा, यह भारत में और शायद दुनिया भर में मानवाधिकारों की रक्षा और शांति के पक्ष में हुईं सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक रैलियों में से एक रैली कही जा सकती है। यह रैली शांति के लिए है।