केरल में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले में मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। वहीं धमाकों में 32 लोग घायल हुए थे जिनमें से 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। एर्नाकुलम जिले में हुए इन धमाकों के बाद पुलिस ने यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज की हैं। सीएम पिनाराई विजयन ने आज इस मामले में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। इससे पहले सीएम विजयन ने गृहमंत्री अमित शाह से इस घटना को लेकर बात की। गौरतलब है कि ‘यहोवा के साक्षी’ सम्मेलन के दौरान तीन धमाके हुए थे। जिस समय यह धमाके हुए मौके पर 2 हजार से अधिक लोग थे।
इलाज के दौरान 12 साल की पीड़िता की मौत
एर्नाकुलम जिले में हुए ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल मलयट्टूर की रहने वाली 12 साल की लिबिना की कलामासेरी सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। अस्पताल के मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि लड़की को रविवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसके शरीर का 95 प्रतिशत हिस्सा गंभीर रूप से जल गया था। डॉक्टरों का कहना है कि उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। हालांकि उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
UAPA में एफआईआर दर्ज
केरल सीरियल ब्लास्ट मामले आईपीसी की धारा 302 और 307 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। अब इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ यूएपीए लगाया गया है। इतना ही नहीं खुफिया एजेंसियां केरल विस्फोट की जांच में आईएसआईएस मॉड्यूल पर नजर रख रही हैं। इस सिलसिलेवार विस्फोट मामले की जांच 20 सदस्यीय टीम करेगी। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को कहा था कि 52 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से 18 आईसीयू में थे और 12 वर्षीय लड़की सहित छह गंभीर रूप से घायल थे।
आरोपी का सोशल मीडिया पर कबूलनामा
इस हमले के बाद एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर हमले की जिम्मेदारी ली। उसने खुद की पहचान मार्टिन के रूप में की। उसने कहा कि उसने विस्फोट इसलिए किए क्योंकि संगठन की शिक्षाएं देश के लिए सही नहीं है। उसने वीडियो में कहा कि ‘सभी को बम धमाकों और इसके बाद हुए गंभीर नतीजों के बारे में पता चल गया होगा। वहां क्या हुए, मुझे ठीक-ठीक पता नहीं है, लेकिन मैं जानता हूं कि यह हुआ और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।