कंझावला हादसे में 2 बड़े खुलासे, पहला - आरोपी 5 नहीं 7, दूसरा - अंजलि और निधि की आरोपियों से पुरानी पहचान नहीं

कंझावला हादसे में गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने 2 बड़े खुलासे किए। पहला- आरोपी 5 नहीं, बल्कि 7 हैं। पुलिस 2 नए आरोपी आशुतोष और अंकुश खन्ना की तलाश की जा रही है। दूसरा- आरोपियों का मृतक लड़की अंजलि और चश्मदीद निधि के साथ पुराना कनेक्शन नहीं है।

इतना ही नहीं दीपक ने पूछताछ में बताया था कि वह कार चला रहा था। लेकिन जांच में पता चला है कि कार दीपक नहीं अमित चला रहा था।

कंझावला मामले दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। जिसमें बताया कि इस केस में 18 टीमें काम कर रही हैं। सभी पहलुओं पर काम किया जा रहा है। क्राइम सीन पर विजिट हो गया है। पोस्टमार्टम हो गया है। 5 आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पूछताछ में जो बताया, उसमें विरोधाभास है।

पुलिस जांच में ये बातें सामने आईं

- स्पेशल CP सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि जो नए आरोपी हैं उनमें से एक आरोपी का भाई अमित है। वही गाड़ी चला रहा था। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। उसे बचाने के लिए ही दीपक का नाम आगे किया गया।
- आरोपियों को पता था कि लड़की कार के नीचे फंसी है। इसके बाद भी वे गाड़ी चलाते रहे।
- हादसा 31 दिसंबर की रात को 2 बजकर 4 मिनट से 2 बजकर 6 मिनट के बीच हुआ।
- अंजलि का मोबाइल अभी तक नहीं मिल पाया है।
- पुलिस जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेगी। ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिले।
- पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि पीड़िता नशे में थी या नहीं।