कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के बीच जारी रस्साकशी के बीच सोमवार को कंगना चंडीगढ़ पहुंची। वह लगभग 11 बजे यहां पहुंची और फिर मनाली के लिए रवाना हो गई। चंडीगढ़ पहुंचते ही कंगना ने ट्वीट किया। लिखा कि चंडीगढ़ में उतरते ही मेरी सिक्योरिटी नाममात्र रह गई है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। असल में उनकी सिक्योरिटी में कोई कमी नहीं थी। कंगना के आने की खबर पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ एयरपोर्ट की सिक्योरिटी विंग को पहले से ही थी। इसलिए, पुलिस ने एयरपोर्ट डीएसपी की अगुवाई में सुरक्षाबल तैनात कर रखे थे। डीएसपी एयरपोर्ट जतिंदर पाल सिंह ने बताया कि कंगना की सुरक्षा में पंजाब पुलिस के एक डीएसपी, 22 पुलिसकर्मी, 6 कमांडाे और करीब 10 CISF के जवान तैनात थे। कंगना जब अपनी गाड़ी में मनाली के लिए निकलीं तो पंजाब पुलिस की गाड़ियां आगे-पीछे थीं। दोनों गाड़ियों में करीब 6 से 8 जवान थे। रोपड़ बॉर्डर तक जाने वाले रास्ते के चौराहे पर करीब 37 जवान तैनात थे।
जैसे ही कंगना एयरपोर्ट टर्मिनल से बाहर आईं तो सीआईएसएफ और पंजाब पुलिस के जवानों ने घेरा बना लिया। मोहाली से बाहर निकलते ही कंगना ने सोशल मीडिया पर मैसेज डालकर कहा-‘चंडीगढ़ में उतरते ही मेरी सिक्योरिटी नाममात्र की रह गई है’। पिछले हफ्ते जब कंगना चंडीगढ़ से मुंबई गई थीं, तब भी इतने ही जवान थे, जितने सोमवार को थे। एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि कंगना को प्रोटोकाॅल के तहत ही सुरक्षा मुहैया करवाई गई। एयरपोर्ट टर्मिनल से लेकर जिस गाड़ी में कंगना को बैठना था, वहां तक पंजाब पुलिस के जवान तैनात थे। 100 मीटर के दायरे में करीब 22 जवान थे।