झारखंड मॉब लिंचिंग: तबरेज अंसारी के परिजनों का दावा- मारपीट के बाद उसे पिलाया गया 'धतूरा' मिला हुआ पानी

झारखंड के सरायकेला जिले के खरसावां में एक 22 साल के मुस्लिम युवक तबरेज अंसारी के साथ मॉब लिंचिंग की घटना हुई जिसमें युवक की जान चली गई। पुलिस ने इस मामले में करवाई करते हुए अब तक 11 लोगों गिरफ्तार किया है। सोमवार को 10 और 1 गिरफ्तारी रविवार हो हुई है। दो पुलिस अधिकारियों चंद्रमोहन ओरांव और बिपिन बिहारी को सस्पेंड कर दिया गया। लेकिन इस बीच तबरेज अंसारी के रिश्तेदार मोहम्मद मसरूर ने बताया कि 'तबरेज के साथ मारपीट के बाद उसे 'धतूरा' मिला हुआ पानी पिलाया गया था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में चार्जशीट तुरंत फाइल होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल और लेफ्ट पार्टियों ने सीबीआई की मांग करते हुए राजभवन पर धरना प्रदर्शन किया।

पीएम मोदी ने कही यह बात...

वही बुधवार को पीएम मोदी ने झारखंड मॉब लिंचिंग पर राज्यसभा में कहा कि युवक की हत्या का दुख सबको है, और होना भी चाहिए, लेकिन इस एक घटना के लिए पूरे झारखंड को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। साथ ही उन्होंने कि कहा कि हर हिंसा पर हमारा एक मानदंड हो। सबकी सुरक्षी की गारंटी हमारा दायित्व है। पीएम मोदी ने कहा, 'झारखंड में लिंचिंग की घटना से मुझे दुख हुआ। इससे दूसरों को भी दुख पहुंचा होगा। लेकिन कुछ लोगों ने राज्यसभा में झारखंड को लिंचिंग का हब कहा था। क्या यह सही है? वे एक प्रदेश का अपमान क्यों कर रहे हैं। एक मॉब लिंचिंग की घटना के बाद पूरे झारखंड को बदनाम करने का अधिकार हमारे पास नहीं है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।' हत्या पर पीएम मोदी ने दोषियों की सजा की पैरवी की, लेकिन मॉब लिंचिंग की इस घटना के बहाने पूरे झारखंड को कटघरे में खड़ा करने का बचाव किया। उन्होंने कहा, 'दोषियों को कड़ी से कड़ी से सजा होनी चाहिए, लेकिन सबको कटघरे में नहीं खड़ा किया जा सकता है। पूरे झारखंड को बदनाम करने का हक नहीं है। वहां भी सज्जनों की भरमार है।' पीएम मोदी का कहना था कि अगर कोई घटना हुई तो उसे इंसाफ मिलना चाहिए और इसके लिए न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा, 'अपराध होने पर उचित रास्ता कानून और न्यायिक प्रकिया से निकलना चाहिए। गुड टेररिज्म और बेड टेररिज्म से दुनिया को बहुत नुकसान हुआ है। हिंसा की घटना चाहे झारखंड में हो या फिर पश्चिम बंगाल में हो या फिर केरल में हो, हमारा सभी के लिए एक ही मानदंड होना चाहिए। तभी हिंसा को हम रोक पाएंगे और तब ही हिंसा करने वालों को सबक मिलेगा कि इस एक मुद्दे पर पूरा देश एक है।'

वहीं, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने मंगलवार को तबरेज अंसारी के गांव का दौरा किया। आयोग के अध्यक्ष मोहम्मद कमाल खान ने कहा, ‘हमने मृतक के गांव, कदमडीह का दौरा किया, साथ ही घटनास्थल का भी दौरा किया और मृतक के परिवार के सदस्यों से जानकारी एकत्र किया है।' उन्होंने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन ने अपराधियों को पकड़ने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय किए हैं।

विरोध में करेंगे निर्भया जैसे आंदोलन : पूर्व छात्र नेता उमर खालिद

तबरेज की हत्या किये जाने के विरोध में सैकड़ों लोग यहां जंतर-मंतर पर जुटे और उन्होंने पिछले सप्ताह हुई इस घटना के मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुबर दास से इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद ने कहा कि यह 'शर्मनाक' है कि विपक्ष को इस जघन्य घटना के बारे में बोलने के लिए एक सप्ताह का समय लग गया। उमर ने भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या किये जाने की घटना पर अंकुश लगाने के लिए 'निर्भया जैसे आंदोलन' का आह्वान भी किया।

उमर ने कहा, 'लोगों को सड़कों पर उतरने की आवश्यकता है क्योंकि दोषियों को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है।' पूर्व छात्र नेता ने कहा, 'हमारा गुस्सा विपक्ष पर भी है। आज वे कहां हैं।' प्रदर्शनकारी अपने हाथ में तख्तियां लिये हुए थे। उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दास का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा मांगा। इस प्रदर्शन में भाकपा नेता कन्हैया कुमार ने भी हिस्सा लिया।

बता दे, झारखंड के सरायकेला जिले के धतकिडीह गांव में तबरेज अंसारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मॉब लिंचिंग की घटना में अब तक पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। याद रहे कि जब भीड़ तबरेज अंसारी को पीट रही थी तब मृतक ने पहले अपना नाम 'सोनू' बताकर खुद को बचाने की कोशिश की। लेकिन, उन्हें असली नाम बताने के लिए बाध्य किया गया और फिर भीड़ ने उनसे 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलने के लिए कहा। मृतक 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलता रहा और उसकी पिटाई होती रही।