जेट एयरवेज के कर्मचारी ने छत से कूदकर दी जान

अस्थायी रूप से बंद एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के एक वरिष्ठ तकनीशियन ने महाराष्ट्र के पालघर में अवसाद की वजह से कथित तौर पर 4 मंजिला इमारत की छत से कूदकर जान दे दी। कहा जा रहा है कि वह कैंसर की बीमारी और आर्थिक तंगी के चलते बेहद तनाव में थे। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि 45 वर्षीय शैलेष सिंह शुक्रवार की शाम में नालासोपारा ईस्ट में स्थित अपनी चार मंजिला इमारत से छलांग लगा दी। जेट एयरवेज स्टाफ एंड एम्पलॉइज एसोसिएशन ने बताया कि सिंह आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे थे क्योंकि परिचालन बंद करनेवाले जेट एयरवेज ने कई महीनों से अपने कर्मचारियों का वेतन अदा नहीं किया था। बता दें कि जेट एयरवेज के करीब 20,000 एंप्लॉयीज को कई महीनों से सैलरी नहीं मिल सकी है। यही नहीं ऑपरेशंस के लिए भी पूंजी का अभाव होने के चलते कंपनी ने विमानों को भी जमीन पर उतार लिया है। जेट एयरवेज के एंप्लॉयीज ने बताया कि कंपनी का कामकाज बंद होने के बाद यह पहला मामला है, जब किसी कर्मचारी ने अपनी जान दे दी। परिवार में आर्थिक संकट की वजह यह भी थी कि पिता और पुत्र दोनों ही जेट एयरवेज में कार्यरत थे। शैलेश सिंह का बेटा कंपनी के ऑपरेशंस डिपार्टमेंट में काम करता था। शैलेश सिंह अपने पीछे पत्नी, दो बेटों और दो बेटियों को छोड़ गए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

इस बीच कंपनी के एंप्लॉयीज और उनके परिवारों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपनी पीड़ा को जाहिर करने के लिए कैंडल मार्च भी निकाला है। बता दें कि पिछले दिनों एंप्लॉयीज ने पीएम मोदी से भी दखल देने की मांग करते हुए 20,000 लोगों की नौकरियां बचाने की अपील की थी।