गुरुवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पुलवामा (Pulwama Terrorist Attack) में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ (CRPF) के 40 से ज्यादा जवानों की शहादत के बाद दुनियाभर ने जहां इस घटना की निंदा की है, वहीं पाकिस्तान ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे 'गंभीर चिंता का विषय' बताया है। इस मामले में अपनी ओर उठी उंगली के बाद पाकिस्तान इसकी सफाई देने पर भी उतर आया है। हर बार की तरह इस बार भी आतंकी हमले से पल्ला झाड़ लिया है। पाकिस्तान के आलाकमान भले ही इस आतंकी हमले पर निंदा कर रहे हों लेकिन वहीं के कई अखबारों की हेडलाइन पढ़ें तो उसकी नीयत का अंदाजा लग जाता है। पाकिस्तान के तमाम अखबारों ने पुलवामा आतंकी हमले पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान के अखबार, द नेशन की हेडलाइन है, "आज़ादी के लड़ाकों ने हमला बोला, भारत अधिकृत कश्मीर में 44 सैनिकों की मौत"
गौरतलब है कि पुलवामा में गुरुवार को अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने IED से हमला किया और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए हैं।
पाकिस्तान ने हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह 'गंभीर चिंता का विषय है, पर हम बिना किसी जांच के हमले का संबंध पाकिस्तान से जोड़ने के भारतीय मीडिया और सरकार के किसी भी आक्षेप को खारिज करते हैं।' पाकिस्तान की इस प्रतिक्रिया के उलट संयुक्त राष्ट्र सहित दुनिया के कई देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत का समर्थन किया है।
पाकिस्तान बड़ी गलती कर चुका है, कीमत चुकानी पड़ेगी : पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पुलवामा अटैक में 40 से ज्यादा जवानों की शहादत के बाद ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमले के बाद जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो भी स्वाभाविक हैं। हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है। मुझे पूरा भरोसा है कि देश भक्ति के रंग में रंगे लोग, सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे। साथ ही आतंक के लिए हमारी लड़ाई और तेज हो सके। मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी। मैं देश को भरोसा देता हूं, हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के बीच जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। जो हमारी आलोचना कर रहे हैं, उनकी भावनाओं का भी मैं आदर करता हूं। उनकी भावनाओं को मैं भी समझ पाता हूं, आलोचना करने का उनका पूरा अधिकार भी है। लेकिन मेरा सभी साथियों से अनुरोध है कि वक्त बहुत संवेदनशील और भावुक पल है। पक्ष में या विपक्ष में हम सब राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें और इस हमले का देश एक जुट होकर मुकाबला कर रहा है। देश एक साथ है। देश का एक ही स्वर है, यही विश्व में सुनाई देना चाहिए। लड़ाई हम जीतने के लिए लड़ रहे हैं।