भारतीय शेयर बाजार में उछाल, दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से निवेशकों में उत्साह

मुंबई। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली। इसकी अहम वजह यह रही कि भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल कर लिया है। इस उपलब्धि से निवेशकों का भरोसा बढ़ा और बाजार में सकारात्मक रुख बना रहा।

सुबह करीब 9:30 बजे सेंसेक्स 640 अंक चढ़कर 82,361.46, जबकि निफ्टी 187 अंक की बढ़त के साथ 25,040.45 पर कारोबार कर रहा था।

इसके साथ ही:

• निफ्टी बैंक 408 अंक चढ़कर 55,806.50

• निफ्टी मिडकैप 100 426 अंक ऊपर

• निफ्टी स्मॉलकैप 100 145 अंक की तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे।

बाजार में तेजी की वजहें क्या रहीं?

1. भारत की वैश्विक रैंकिंग में छलांग:

भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना।

2. आरबीआई का बंपर डिविडेंड:

भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकार को उम्मीद से ज्यादा लाभांश दिया है, जिससे वित्तीय घाटे को 4.4% के स्तर पर बनाए रखने में मदद मिलेगी।

3. कम महंगाई और ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीद:

विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में कम मुद्रास्फीति और नीचे जाती ब्याज दरें आगे भी इक्विटी मार्केट को समर्थन देंगी।

किसने मुनाफा कमाया?

सेंसेक्स में टॉप गेनर्स:

• M&M

• पावरग्रिड

• NTPC

• टाटा मोटर्स

• ICICI बैंक

• SBI

• टेक महिंद्रा

• एलएंडटी

• एशियन पेंट्स

• एक्सिस बैंक

एकमात्र लूजर:

• इटरनल

अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर

• एशियाई बाजार: बैंकॉक, सोल और जापान में तेजी, जबकि चीन, हांगकांग और जकार्ता में गिरावट।

• अमेरिकी बाजार: डॉव जोन्स, नैस्डैक और S&P 500 सभी में पिछले सत्र में गिरावट दर्ज की गई।

विदेशी निवेशकों का रुख

• एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) ने 23 मई को 1794.59 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

• डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने 299.78 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।

आगे क्या?


विशेषज्ञों का कहना है कि इस सप्ताह जारी होने वाले भारत की जीडीपी ग्रोथ, अमेरिकी फेड मीटिंग मिनट्स, और अमेरिकी महंगाई आंकड़े बाजार की दिशा को तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड देवर्ष वकील के मुताबिक, भूराजनीतिक स्थिति, कमाई का सीजन, संस्थागत पूंजी प्रवाह, और डेरिवेटिव एक्सपायरी आने वाले दिनों में बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।