कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन हरे निशान पर खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 81,368 और निफ्टी 24,835 पर

कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन बुधवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सकारात्मक संकेतों के साथ हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 17 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 81,368.48 पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 0.06% की बढ़त के साथ 24,835.80 पर खुला।

इन शेयरों पर रहेगी नज़र

बाजार खुलते ही कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में हलचल देखने को मिली। आज के कारोबार में इंडिक्यूब स्पेसेस, जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स, दिलीप बिल्डकॉन, जीएमआर एयरपोर्ट्स, आस्क ऑटोमोटिव, और जीई वर्नोवा टीएंडडी इंडिया जैसे नाम निवेशकों के रडार पर रहेंगे। इसके अलावा, इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में भी हलचल देखी जा सकती है।

मंगलवार को बाजार में रहा जोश

पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार को बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली थी। सेंसेक्स 446 अंक चढ़कर 81,337.95 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी ने 0.57% की बढ़त के साथ 24,821.10 का स्तर छुआ। प्रमुख कंपनियों के पहली तिमाही नतीजों की सकारात्मक उम्मीदों ने बाजार को सहारा दिया।

टॉप गेनर और लूजर शेयर

निफ्टी पर जियो फाइनेंशियल, बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स और एलएंडटी टॉप गेनर में शामिल रहे। वहीं एक्सिस बैंक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एशियन पेंट्स, टाइटन और टीसीएस जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही।

निवेशकों का रुख फिलहाल सतर्क

अमेरिका और भारत के संभावित व्यापार समझौते को लेकर जारी अनिश्चितता ने बाजार में सतर्कता बनाए रखी है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हल्की-फुल्की हलचल रही, जबकि सेक्टोरल इंडेक्स में मिश्रित रुख देखने को मिला।

एक्सपर्ट की राय में निफ्टी की कैसी रहेगी चाल

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य बाजार रणनीतिकार, आनंद जेम्स का निफ्टी को लेकर कहना है कि पसंदीदा राय दिन की शुरुआत में कॉन्सोलिडेशन की उम्मीद कर रही है। लेकिन अगर गिरावट 24,740 से ऊपर बनी रहती है, तो 24,960 तक पहुंचने के लिए नए सिरे से उछाल की उम्मीद करें। 24,960-25,050 का क्षेत्र तय करेगा कि आगे 25,330 तक विस्तार होगा या 24,650 तक गिरावट होगी। जैसा कि कल कहा गया था, 24,450 या 24,000 तक की गिरावट तुरंत नहीं हो सकती है।

रुपया 87 के नीचे फिसला


बुधवार को शुरुआती सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 87 के नीचे फिसल गया। इसकी मुख्य वजह कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर बनी अनिश्चितता रही, जिससे निवेशकों की धारणा कमजोर बनी रही। विदेशी मुद्रा व्यापारियों (फॉरेक्स ट्रेडर्स) के मुताबिक, महीने के अंत में आयातकों की ओर से डॉलर की मांग और लगातार विदेशी पूंजी का आउटफ्लो रुपये पर दबाव बना रहे हैं। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया कमजोर शुरुआत के साथ खुला और जल्द ही 87.15 प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया, जो इसके पिछले बंद भाव की तुलना में 24 पैसे की गिरावट दर्शाता है।

एशियाई बाजारों में आज का रुख

एशियाई बाजारों में, जापान का निक्केई 225 सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी और शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक सकारात्मक दायरे में बंद हुआ। अमेरिकी बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए।