59 चीनी ऐप्स बैन / 10 प्वाइंड में समझें आखिर सरकार ने क्यों लिया ये फैसला, कैसे होगा लागू और क्या होगा अब इसका असर

देश की रक्षा, सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता और लोगों की निजता का हवाला देते हुए भारत सरकार ने 59 मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया है। इनमें टिकटॉक (TikTok) जैसे मशहूर चाइनीज ऐप भी शामिल हैं। साथ ही Xender, Shareit और Camscanner जैसे उपयोगी ऐप भी बैन कर दिए गए हैं। अब सवाल ये है कि ये ऐप किस तरह बैन किए जाएंगे। क्या सिर्फ नए ऐप डाउनलोड करने की सुविधा खत्म की जाएगी या मोबाइल में पहले से ही मौजूद ऐप भी काम करना बंद कर देंगे। सरकार के फैसले के हिसाब से समझते हैं कि अब आगे क्या होगा। 10 प्वाइंड में समझें, क्यों लिया गया ये फैसला, कैसे होगा लागू और क्या होगा इसका असर...

1- सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के सेक्शन 69 ए के तहत इन चीनी ऐप्स को बैन किया है। सरकार के मुताबिक, ये ऐप्स जिन गतिविधियों में शामिल हैं, उनसे भारत की सुरक्षा, सम्प्रभुता और एकता को खतरा है। पिछले कुछ दिनों से 130 करोड़ भारतीयों की प्राइवेसी और डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की जा रही थीं। इनमें कहा गया था कि इन ऐप्स से सम्प्रभुता और एकता को खतरा है। सरकार के इस फैसले के बाद अब इन ऐप्स को मोबाइल के अलावा किसी अन्य माध्यम से भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।

2- सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि उन्हें मोबाइल ऐप के गलत इस्तेमाल की जानकारी मिल रही थी। यूजर्स का डाटा भारत से बाहर ट्रांसफर किया जा रहा था।

3- सरकार की तरफ से जो आदेश आया है, उसमें अभी तक ये रूपरेखा नहीं स्पष्ट की गई है कि बैन किस तरह से किया जाएगा। हालांकि, इस संबंध में जल्द ही नोटिफिकेशन आने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से इन ऐप को ब्लॉक करने के लिए कहा जा सकता है।

4- मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि इन 59 ऐप यूजर्स को जल्द ही मैसेज मिल सकता है कि सरकार के आदेश पर ये ऐप बैन कर दिए गए हैं।

5- सरकार ने इन ऐप्स को प्रतबंधित तो कर दिया, लेकिन मंगलवार सुबह तक ये ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है और आसानी से इन्हें कोई भी अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड कर सकता था। Apple के ऐप स्टोर पर ये सभी 59 चीनी ऐप्स लाइव हैं। यानी अब भी यूजर्स इन्हें डाउनलोड कर सकते हैं। जो लोग ये ऐप यूज करते हैं उनके पास ये ऐप काम भी कर रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर यूजर्स अब लगातार ये सवाल पूछ रहे हैं कि ये किस तरह का बैन है और ये बैन कब से प्रभावी होगा, क्योंकि ऐप तो अब भी काम कर रहे हैं और ये अब तक प्ले स्टोर और ऐप स्टोर में डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं तो फिर इसे कैसे बैन कहा जाए। बता दें कि सरकार द्वारा इन ऐप्स को प्रतिबंधित करने के बाद इसकी सूचना Android और iOS platforms को दी जाती है। सरकार के इस निर्देश पर अमल करने में कंपनियां कुछ समय लेती हैं और इसके बाद इन्हें ऐप प्लेटफॉर्म से हटाया जाता है।

6- इंडियन एक्सप्रेस ने ये भी लिखा है कि ऐसे हो सकता है जिन ऐप के लिए एक्टिव इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ती, उनका इस्तेमाल वो आगे भी कर पाएं। यानी जो ऐप बिना इंटरनेट के भी ओपन हो जाते हैं, वो आगे भी चालू रह सकते हैं।

7- ये तय है कि सभी 59 ऐप अब आगे डाउनलोड नहीं हो पाएंगी। इनमें वो ऐप भी होंगे जिनके लिए एक्टिव इंटरनेट जरूरी नहीं है।

8- 59 ऐप बैन होने का भारतीय यूजर्स पर बहुत बड़ा असर पड़ेगा। क्योंकि इनमें सभी तरह के ऐप शामिल हैं। बैन किए गए ऐप्स में सबसे ज्यादा यूटिलिटी कैटेगरी के 20 से ज्यादा ऐप्स हैं। पॉपुलर कैटेगरी में शॉर्ट वीडियो और म्यूजिक कैटेगरी के ऐप्स सबसे ज्यादा हैं। युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय टिकटॉक के भारत में सबसे ज्यादा उपभोक्ता हैं। चीन दूसरे और अमेरिका तीसरे नंबर पर है। दुनिया भर में 2 अरब से अधिक टिकटॉक उपभोक्ताओं के 30% करीब 61.1 करोड़ उपभोक्ता अकेले भारत में हैं। इस एप की कुल कमाई का 10 फीसदी केवल भारत से है। साथ ही Helo, Like जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी बड़ी तादाद में भारतीय यूजर्स हैं।

ये हैं टॉप पांच भारतीय टिकटॉक स्टार

नाम - फॉलोअर (करोड़ में)
निशा गुरगैन 2.17
अर्शिफा खान 2.07
जन्नत जुबैर 2.03
अवनीत कौर 1.81
समीक्षा सुड 1.62

9- ये ऐप भले ही चीनी हों, लेकिन इनसे भारतीय लोगों का रोजगार भी चलता है। ज्यादतार ऐप के भारत में ऑफिस हैं और बड़ी संख्या में वहां लोगों को रोजगार मिला है। ऐसे में जबकि कोरोना संकट काल में देश बेरोजगारी की समस्या से पहले ही जूझ रहा है, वैसे में इन ऐप कंपनी से जुड़े लोगों की नौकरी पर भी संकट के बादल छा गए हैं।

10- एक सवाल ये है कि क्या इन ऐप पर बैन परमानेंट होगा या कुछ वक्त के लिए। हालांकि, सरकार ने इन ऐप से देश की रक्षा, सुरक्षा और निजता को खतरा बताया है, ऐसे में आगे क्या इनसे बैन हटाया जा सकता है इसका अनुमान लगाना अभी मुश्किल है। हालाकि, इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट के आदेश पर पिछले साल कुछ दिनों के लिए टिकटॉक पर बैन लगाया गया था, लेकिन कोर्ट का आदेश हटते ही ऐप वापस आ गया था। हालांकि, अभी सरकार ने जो वजह बताई हैं, वो बेहद गंभीर हैं। साथ ही चीन और भारत के रिश्ते अभी तनाव में चल रहे है ऐसे में चीन को सबक सिखाने के लिए सरकार नें इन ऐप पर बैन लगाया है।