'हमारे पास सिखों का मक्का-मदीना है' : इमरान खान

अपने एक दिन की यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने रविवार को कहा कि 'हमारे पास सिखों का मक्का-मदीना है और हम अल्पसंख्यक समुदाय के लिए इन पवित्र स्थलों को खोल रहे हैं।' इमरान खान (Imran Khan) यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर व‌र्ल्ड गवर्नमेंट समिट के सातवें संस्करण में हिस्सा लेने वहां गए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मक्का और मदीना इस्लाम के दो सबसे पवित्र स्थल हैं। हमारे पास सिखों का मक्का और मदीना है और हम सिखों के लिए उन साइटों को खोल रहे हैं।

खान ने कहा, 'हमने 70 देशों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा उपलब्ध कराई है। पाकिस्तान में टूरिज़्म के क्षेत्र में आगे बढ़ने की काफी संभावनाएं हैं। दुनिया की आधी से अधिक ऊंची चोटियां पाकिस्तान में हैं। हमारे पास 5,000 साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता है। सबसे पुराने जीवित शहर के तौर पर पेशावर है, जो 2,500 साल पुराना है।' खान ने कहा कि पाकिस्तान के करतारपुर साहिब में सिखों का पवित्र गुरुद्वारा है। यह सिख गुरुद्वारा 1522 में स्थापित किया गया था। यह सिखों का पहला गुरुद्वारा था। यहीं सिखों के गुरु नानक का निधन हुआ था। करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब का कॉरिडोर जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है। गुरु नानक की जयंती मनाने के लिए भारत से हर साल हजारों सिख श्रद्धालु पाकिस्तान आते हैं। भारत ने लगभग 20 साल पहले पाकिस्तान को गलियारे का प्रस्ताव दिया था।'

बता दें कि इमरान खान (Imran Khan) ने पिछले साल नवंबर में पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले स्थित डेरा बाबा नानक शाह से जोड़ने वाले गलियारे की आधारशिला रखी थी। पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव का अंतिम विश्राम स्थल है। करतारपुर साहिब पाकिस्तान में रावी नदी के किनारे डेरा बाबा नानक स्थल से चार किलोमीटर दूर स्थित है। करतारपुर कॉरिडोर के जल्दी ही पूरा हो जाने की संभावना है। इसके खुल जाने पर भारतीय सिख गुरुद्वारा दरबार साहिब तक बिना वीज़ा के यात्रा कर पाएंगे। गुरुनानक की जयंती मनाने के लिए हज़ारों सिख पाकिस्तान की यात्रा करते हैं।