कोविड पैनल प्रमुख का दावा - कोरोना को खत्म करना असंभव, इसकी संख्या को देखना बंद करे

देश में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। लगातार दूसरे दिन एक लाख से ज्यादा मरीज सामने आए। पिछले 24 घंटे की बात करे तो संक्रमण ने 1,41,827 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इससे पहले यानी गुरुवार को 1,17,094 नए मामले दर्ज किए गए थे। इस बीच नेशनल कोविड-19 पर बनी सुपरमॉडल कमिटी के प्रमुख डॉ एम विद्यासागर का कहना है कि कोविड संक्रमण के बढ़ते मामले और इसकी संख्या को देखना बंद करना चाहिए क्योंकि इसका कोई मतलब नहीं है। एक मीडिया न्यूज़ वेबसाइट से बात करते हुए डॉ विद्यासागर ने कहा कि कोरोना को खत्म करना असंभव है क्योंकि यह इम्यूनिटी को हैरतअंगेज तरीके से चकमा दे देता है।

आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर डॉ एम विद्यासागर के मुताबिक ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे के मद्देनजर पॉजिटिविटी की संख्या स्थिति की गंभीरता को समझने का सटीक प्रमाण नहीं है।

डॉ एम विद्यासागर ने कहा, 'वर्तमान कोरोना वायरस इतना ज्यादा म्यूटेट करता है कि वैक्सीन द्वारा विकसित इम्यूनिटी को से भी बच निकलता है। इसलिए मानव शरीर इस वायरस के खिलाफ लड़ने में सक्षम नहीं है।'

उन्होंने कहा, 'इसलिए कोविड से संबंधित किसी भी तरह की नीति बनाने के समय हमें इस नंबर पर ध्यान नहीं देना चाहिए।'

उन्होने कहा कि स्कूल, कॉलेज, दफ्तर को बंद करने या लॉकडाउन लगाने के लिए नीति तय करने के समय कोरोना पॉजिटिविटी की नंबर पर हमें ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ेंगे क्योंकि इंसान के पास इससे बचने का कोई सक्षम तरीका नहीं है।

डॉ विद्यासागर ने कहा कि यह ऐसा ही है जैसे इस मौसम में सर्दी-जुकाम होता है। डॉ विद्यासागर ने कहा कि चाहे कुछ भी हो कोरोना संक्रमण फैलेगा ही। लॉकडाउन इसका समाधान नहीं है। इससे वायरस का प्रसार नहीं रूकेगा। लॉकडाउन वायरस के प्रसार को रोकने के बजाय और ज्यादा अव्यवस्था या पैनिक को जन्म देगा। इससे लोगों में दहशत और भय का माहौल ही होगा।

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ेगी लेकिन अपने आप में इसका कोई खास अर्थ नहीं निकलेगा। जब भी कोई कोरोना पॉजिटिव होता है तो उसमें बीमारी का गंभीर रूप सामने नहीं आता है। यह ऐसा ही है कि आपको वायरस तो मिल जाएगा लेकिन आपको बीमारी नहीं होगी।

आपको बता दे, देश में शुक्रवार को कोरोना से 285 लोगों की मौत हुई है। भारत में डेली पॉजिटिविटी रेट 9.28% रहा। फिलहाल, देश में 4,72,169 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं, अब तक 4,83,178 लोगों की मौत हो चुकी है। नए आंकड़ों को मिलाकर संक्रमितों की संख्या 3 करोड़ 53 लाख 68 हजार 372 हो चुकी है।