बी.एस. येदियुरप्पा ने गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ घंटो बाद मीडिया से कहा, "मैं राज्य के लोगों खासकर किसानों और गरीबों, जिन्होंने मुझे समर्थन दिया, के प्रति आभारी हूं। लोग मेरे साथ हैं और मैं आश्वस्त हूं कि मुझे बहुमत हासिल होगा और अगले पांच वर्षो तक सत्ता में रहूंगा।"
राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर पद्भार संभालने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह का आभार जताते हुए उन्होंने कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) पर गठबंधन बनाकर जनता के जनादेश को चुराने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस और जेडीएस ने लेागों द्वारा भाजपा को चुनने के बावजूद गठबंधन बनाया। जेडीएस के और कांग्रेस के कई ऐसे विधायक हैं, जो जानते हैं कि भाजपा सरकार बनाएगी और मुझे भरोसा है कि वे लोग हमारी सरकार को वोट देंगे।"
येदियुरप्पा ने हालांकि यह बताने से इनकार कर दिया कि भाजपा सदन में कैसे अपना बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा कि मामले की सुनवाई सर्वोच्च अदालत में हो रही है।
इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ ने येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने संबंधी कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) की संयुक्त रिट याचिका खारिज कर दी।
शीर्ष अदालत ने कहा कि येदियुरप्पा का शपथ ग्रहण मामले के अंतिम नतीजे के अधीन है और इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को 10.30 बजे होगी। कर्नाटक में 12 मई को हुए विधानसभा चुनाव में 104 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन वह बहुमत के 112 के आंकड़े से आठ सीटे दूर रही। वहीं कांग्रेस ने 78 सीटे जीतीं जबकि जेडीएस ने 38 सीटें जीती।
राज्यपाल वैजुभाई आर.वाला के आदेश के अनुसार, येदियुरप्पा को 15 दिन के अंदर सदन में बहुमत साबित करना होगा।