
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के कड़े कदमों से पाकिस्तान में खलबली मच गई है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने खुद माना है कि भारत कभी भी हमला कर सकता है, इसलिए सेना को पूरी तरह से तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए पाकिस्तान सरकार कुछ अहम कूटनीतिक फैसले भी ले रही है।
सेना को अलर्ट पर रखा गया - ख्वाजा आसिफरॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ख्वाजा आसिफ ने खुलासा किया कि पाकिस्तान की सेना ने सरकार को भारतीय हमले की आशंका के बारे में सूचित किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हर स्थिति के लिए सतर्क है और यदि देश के अस्तित्व पर सीधा खतरा मंडराता है, तभी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे पहले भी, भारत द्वारा सिंधु जल समझौते पर लिए गए फैसलों को लेकर आसिफ ने चिंता जताई थी और भारत पर पानी को हथियार की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।
बैसरन घाटी में हुए खूनी हमले से गुस्सा22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल, पहलगाम की बैसरन घाटी में, आतंकियों ने निर्दोष लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। इस हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। मारे गए अधिकांश लोग पर्यटक थे, जो प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने आए थे। इस बर्बर हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा भड़क उठा है और कड़ी कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है।
पाकिस्तान ने जताई जांच में सहयोग की इच्छाइस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 26 अप्रैल 2025 को एक बयान जारी कर कहा कि वह पहलगाम हमले की किसी भी निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए तैयार हैं। हालांकि, भारत इस प्रस्ताव को संदेह की नजर से देख रहा है क्योंकि पाकिस्तान का आतंकियों को संरक्षण देने का लंबा इतिहास रहा है।
भारत ने उठाए सख्त कदमपहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए हैं। इनमें 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से निलंबित करना, अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को बंद करना और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं तत्काल रोकना शामिल है। इन कदमों से भारत ने साफ संदेश दिया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।