हाथरस गैंगरेप की घटना को लेकर देशभर में रोष, दिल्ली में महिला कांग्रेस का प्रदर्शन

हाथरस में 14 सितंबर को सामूहिक दुष्कर्म के बाद अमानवीय कृत्य झेलने वाली पीड़िता का संघर्ष मंगलवार को नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में समाप्त हो गया। सामूहिक दुष्कर्म के बाद दलित बिटिया की जुबान काटी गई और भयानक जख्म दिए गए थे। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वह भी पीड़िता के बयान के बाद, नहीं तो पुलिस दरिंदों को बचाती रही। 14 सितंबर के इस कांड के बाद पुलिस को सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करने में आठ दिन लगे थे। इस घटना को लेकर देशभर में आक्रोश है। घटना के विरोध में और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से मंगलवार को प्रदर्शन किया गया। दिल्ली महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विजय चौक के पास प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की।

इस दौरान दिल्ली पुलिस ने कई महिला प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, साथ ही दिल्ली महिला प्रदेश अध्यक्ष की अध्यक्ष अमृता धवन को भी गाड़ी में बैठाकर ले गए। साथ ही कई अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है। अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।

आपको बता दें कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि अन्य कई विपक्षी दलों और सोशल मीडिया पर लोगों ने भी योगी सरकार की आलोचना की और इस मामले को दबाने का आरोप लगाया।

युवती की मौत के बाद उसके गांव और गांव जाने वाले रास्ते पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। खुद एएसपी प्रकाश कुमार इसकी कमान संभाले हुए हैं। मृतका के शव का दिल्ली में पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। वहां से शाम तक शव के यहां आने की उम्मीद है। हाथरस और अलीगढ़ से अतिरिक्त पुलिस फोर्स को दिल्ली भेजा गया है।

24 घंटे के भीतर ही तोड़ दिया दम

पीड़िता को सोमवार की सुबह करीब 10 बजे लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के जरिए दिल्ली रेफर किया गया था। उसे सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पीड़िता के भाई के अनुसार, मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे उसकी उपचार की दौरान मौत हो गई। दोपहर बाद उसका शव हाथरस लाने की संभावना है।

पीड़िता जब मेडिकल कॉलेज लाई गई थी तब उसे सांस लेने में दिक्कत थी। हालत खराब होने पर उसे वेंटीलेटर पर रखा गया। चिकित्सकों के अनुसार गर्दन में सात डिस्क होती हैं, जो रीढ़ की हड्डी को जोड़ती हैं। युवती की दूसरी और तीसरी डिस्क में परेशानी थी। ऐसी स्थित में ब्रेन तो काम करता है, लेकिन मांसपेशी सही से काम नहीं करतीं। सर्वाइकल इंजरी के कारण उसके उसके हाथ, पैर काम नहीं कर रहे थे।