हनुमान बेनीवाल का बड़ा बयान: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को भारत में मिलाने की मांग, SI भर्ती घोटाले पर राजस्थान सरकार को घेरा

उदयपुर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (NDP) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को जम्मू और कश्मीर में हालिया आतंकी हमले के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया और इसे शासन और राष्ट्रीय सुरक्षा की पूरी विफलता बताया। बेनीवाल ने राजस्थान के अधिकारियों और मुख्यमंत्री कार्यालय के खिलाफ भी तीखी आलोचना की, विशेष रूप से राज्य मंत्री केके विश्नोई को आरोपित करते हुए कहा कि सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं को नजरअंदाज किया गया और इस घोटाले को सरकारी अधिकारियों ने संरक्षित किया।

बेनीवाल ने सीकर में हुई घटना के विरोध में 26 अप्रैल से एक युवा आंदोलन शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सरकारी प्रशासनिक विफलताओं और भर्ती प्रक्रिया में न्याय की मांग करेगा।

POK को भारत में शामिल करने की मांग


बेनीवाल ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को भारत में मिलाने की बात करते हुए कहा, सरकार को अब आतंकवादियों का सफाया करने के लिए POK पर कब्जा करना होगा। अगर आज नहीं, तो कल इसे करना ही होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश की जनता की यह आवाज है और अगर केंद्र सरकार इस दिशा में कदम नहीं उठाती, तो इसे एक दिन करना ही होगा।

राजस्थान सरकार की विफलता

राजस्थान में भाजपा सरकार की स्थिति पर बेनीवाल ने कहा, राज्य में स्थिति और भी खराब हो गई है। एक साल से अधिक समय में इस सरकार के पास केवल असफलताएं ही हैं। राज्य में पांच अलग-अलग शक्ति केंद्र हैं, जिससे मुख्यमंत्री खुद नहीं जानते कि उन्हें क्या करना है।

SI भर्ती घोटाला और केके विश्नोई का नाम

बेनीवाल ने आरोप लगाया कि राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में बड़ा घोटाला हुआ है, जिसमें केके विश्नोई और मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विशेष ऑपरेशन समूह (SOG) की जांच में यह खुलासा हुआ है कि भर्ती परीक्षा में एक लड़की ने 6 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। इसके अलावा, बेनीवाल ने यह भी कहा कि कई वरिष्ठ अधिकारी इस घोटाले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनी महिला मित्रों की मदद से बचने की उम्मीद है।

युवाओं के लिए संघर्ष जारी रहेगा

बेनीवाल ने यह भी घोषणा की कि वह 26 अप्रैल से राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में एक अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे, जिसमें लाखों युवाओं को भर्ती घोटाले और राज्य की प्रशासनिक विफलताओं के खिलाफ एकजुट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को वह अपनी आखिरी सांस तक जारी रखेंगे।