
सरकार का GST कलेक्शन लगातार बढ़ता जा रहा है, और वित्त वर्ष 2026 के पहले महीने में ही एक नया रिकॉर्ड कायम किया गया है। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले सरकार के कलेक्शन में 12 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है। जानकारों के मुताबिक, जीएसटी कलेक्शन में इजाफे की मुख्य वजह सरकार द्वारा टैक्स रोकने और नियमों को सरल बनाने की नीति है। आने वाले समय में इस कलेक्शन में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। वित्त वर्ष 2026 के लिए सरकार ने इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य 17 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा रखा है, जिसमें करीब पौने 12 लाख करोड़ रुपए का टारगेट जीएसटी कलेक्शन का है। आइए जानते हैं कि अप्रैल महीने में जीएसटी कलेक्शन कितना रहा।
GST कलेक्शन का नया रिकॉर्डसरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में भारत का जीएसटी कलेक्शन 12.6 फीसदी बढ़कर 2.37 लाख करोड़ रुपए के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है। पिछले महीने मार्च में भारत का इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 9.9 फीसदी सालाना वृद्धि के साथ 1.96 लाख करोड़ रुपए था। अप्रैल 2024 में जीएसटी कलेक्शन 2.10 लाख करोड़ रुपए था, जो 1 जुलाई 2017 को इनडायरेक्ट टैक्स व्यवस्था के लागू होने के बाद से दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन था। घरेलू ट्रांजेक्शन से जीएसटी रेवेन्यू 10.7 फीसदी बढ़कर लगभग 1.9 लाख करोड़ रुपए हो गया, जबकि इंपोर्टेड वस्तुओं से रेवेन्यू 20.8 फीसदी बढ़कर 46,913 करोड़ रुपए हो गया। अप्रैल के दौरान जारी रिफंड 48.3 फीसदी बढ़कर 27,341 करोड़ रुपए हो गया।
चार महीनों में कितना कलेक्शनइससे पहले, फरवरी में घरेलू सोर्स से दोहरे अंकों में कलेक्शन की वजह से जीएसटी टैक्स कलेक्शन 9.1 फीसदी बढ़कर 1,83,646 करोड़ रुपए हो गया था। जनवरी में जीएसटी कलेक्शन 1.96 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 12.3 फीसदी अधिक था। इसका मतलब यह है कि मौजूदा साल में अब तक जीएसटी कलेक्शन 8.13 लाख करोड़ रुपए हो गया है। दिसंबर में जीएसटी संग्रह 1.77 लाख करोड़ रुपए रहा, जो साल दर साल 7.3% की वृद्धि दर्शाता है। नवंबर में जीएसटी कलेक्शन में 8.5% की वृद्धि हुई थी, जो त्योहारी सीजन के बाद खपत में कमी के कारण मंद पड़ी थी।
सरकार ने बजट में क्या लगाया अनुमानबजट में सरकार ने वित्त वर्ष के लिए जीएसटी राजस्व में 11 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जिसमें केंद्रीय जीएसटी और क्षतिपूर्ति उपकर सहित 11.78 लाख करोड़ रुपए का कलेक्शन होने का अनुमान है। बजट के आंकड़ों के अनुसार, सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 में कुल इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 17,35,100 करोड़ रुपए रहने का अनुमान जताया है। इसमें से सरकार ने जीएसटी से 11,78,000 करोड़ रुपए जुटाने का अनुमान लगाया है। कुल जीएसटी रेवेन्यू में से 86 फीसदी सीजीएसटी (10,10,890 करोड़ रुपए) और 14 फीसदी जीएसटी क्षतिपूर्ति उपकर (1,67,110 करोड़ रुपए) से आने की उम्मीद है।