बड़ी भूल, 60 नहीं महज 1 पैसे की हुई पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी

लगातार 16 दिन के बाद, बुधवार की सुबह पेट्रोल-डीजल के दामों में 60 पैसे की कटौती की खबर लोगों तक पहुंची तो उनमें थोड़ी सी खुशी देखने को मिली। हालांकि यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह सकी, क्योंकि तेल मार्केटिंग कंपनियों की टाइपिंग मिस्टेक की वजह से पेट्रोल-डीजल की कीमत 60 पैसे के बजाए सिर्फ 1 पैसे घटी है। इससे आम जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। इंडियन ऑयल ने कहा है कि टाइपिंग की गलती से उसकी वेबसाइट पर 60 पैसे दाम घटाने की लिस्ट जारी हो गई थी।

उल्लेखनीय है कि कर्नाटक चुनाव के दौरान लगातार 19 दिनों तक दोनों ईंधनों के दाम में तब्दीली नहीं होने के बाद बीते 14 मई से कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला चालू था। तब से पेट्रोल 3.91 रुपये जबकि डीजल 3.38 रुपये प्रति लीटर महंगे हो चुके थे।

दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 1 पैसे घटकर 78.42 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 69.30 रुपये प्रति लीटर हो गई है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 81.05 रुपये, मुंबई में 86.23 रुपये और चेन्नई में 81.42 रुपये प्रति लीटर की गई है।

इसी तरह डीजल के दामों में भी कटौती की गई है। कोलकाता में 71.85 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 73.78 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 73.17 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के संकेत मिलने के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी से सरकार पर तेल की कीमत कम करने का दबाव बना था।

मंगलवार को यह था दाम
मंगलवार को देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियल ऑयल की वेबसाइट के अनुसार 29 मई 2018 को दिल्ली में पेट्रोल के दाम 78.43 रुपये रहा। यह एक दिन पहले के 78.27 रुपये के मुकाबले 16 पैसे महंगा था। इसी तरह डीजल के दाम भी एक दिन पहले के 69.17 रुपये के मुकाबले 14 पैसे बढ़ कर 69.31 रुपये प्रति लीटर पर पहुंचे थे।

उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का दौर तो शुरू हो गया है, लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमतों में गिरावट चालू है। कल भी शुरूआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे कमजोर हुआ।

स्टेट बैंक के एक अध्ययन के मुताबिक बीते एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपया 4.47 फीसदी कमजोर हो चुका है। पेट्रोलियम मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि रुपया का कमजोर होना ज्यादा दिक्कत वाली बात है क्योंकि यदि डॉलर की कीमत एक रुपया बढ़ती है तो पेट्रोल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा हो जाता है।