गोवा : CM पर सहयोगी दल और BJP में नहीं बन पाई सहमति, नई सरकार बनने में लगेगा समय

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) का 63 वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया। पर्रिकर पिछले एक साल से अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित थे। मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के कैंसर से निधन के बाद से राज्य में नए मुख्यमंत्री की तलाश हो रही है। गोवा में अभी नई सरकार को बनने में कुछ समय और लगेगा। मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में शामिल रहीं सहयोगी पार्टियों के बीच एक राय नहीं बन सकी है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सोमवार को रात 12.30 बजे सरकार बनाने की संभावना पर बातचीत करने के लिए गोवा पहुंचे। बीजेपी विधायक मिशेल लोबो ने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी(एमजीपी) के विधायक सुदिन धावलीकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। एक होटल में देर रात तक चली बैठक के बाद बीजेपी नेता लोबो ने कहा कि सुदीन धवलीकर खुद को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं, जबकि भाजपा चाहती है कि गठबंधन का नेता उनके दल से हो। हम मीटिंग में किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सके।

रविवार को हुई बैठक में गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई सहित उनके तीन विधायकों और एमजीपी के तीन विधायकों ने राज्य परिवहन मंत्री सुदीन धवलीकर के नेतृत्व में हिस्सा लिया। बैठक में प्रदेश भाजपा के संगठन महासचिव सतीश धोंड, निर्दलीय विधायक और राज्य के राजस्व मंत्री रोहन खौंते तथा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गावडे भी मौजूद थे। धोंड बैठक के बीच से ही बाहर आ गए और गठबंधन के नए नेता के चयन से जुड़े मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। मीटिंग से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई ने कहा, 'हमने मनोहर पर्रिकर को समर्थन दिया था न कि बीजेपी को। अब जब वह नहीं रहे तो विकल्प खुले हुए हैं। हम गोवा में स्थिरता चाहते हैं। हम नहीं चाहते हैं कि सदन को भंग किया जाए। हम बीजेपी विधायिका दल के फैसले का इंतजार करेंगे और उसके बाद अगला कदम उठाएंगे।' मीटिंग में गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के प्रमुख विजय सरदेसाई अपनी पार्टी के दो विधायकों विनोद पालीकर और जयेश सलगांवकर के साथ आए थे। उनके साथ दो निर्दलीय विधायक रोहन खवंटे और गोविंद गावडे भी थे। यह पूछे जाने पर कि क्या गठबंधन के सभी पुराने सहयोगी भाजपा के साथ हैं, सरदेसाई ने कहा कि किसी पर भी अति आत्मविश्वास नहीं करना चाहिए।

पणजी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरुरत होगी। यह गोवा में चौथा उपचुनाव होगा। यहां 23 अप्रैल को शिरोडा, मांडरेम और मापुसा विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं। इन सीटों के लिए उपचुनाव राज्य में होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ होंगे। राज्य विधायी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "मुख्यमंत्री पर्रिकर के निधन के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन को अपना नेता चुनने के बाद राज्यपाल के समक्ष दावा पेश करना होगा। इसमें समर्थन का पत्र भी होगा।''

नितिन गडकरी के साथ मीटिंग के बाद एमजीपी के सुदीन धावलिकर ने बताया कि वह अपने विधायकों के साथ चर्चा के बाद एक घंटे में फैसला करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं अपनी पार्टी की कार्यकारिणी कमिटी की मीटिंग में जा रहा हूं, मैं उनका प्रस्ताव लूंगा। एक घंटे के बाद हम जान सकेंगे कि उम्मीदवार कौन हैं।' पूर्व पंचायत मंत्री मौविन गौडिन्हो ने कहा कि चर्चा का दूसरा राउंड चलेगा। उन्होंने बताया कि बीजेपी की ओर से सीएम के लिए दो नाम सुझाए गए थे। वे दो नाम प्रमोद सावंत और विश्वजीत राणे हैं। उन्होंने बताया कि एमजीपी के सुदीन धावलिकर भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। इस वजह से बात नहीं बन सकी। प्रमोद सावंत गोवा विधानसभा के अध्यक्ष हैं। विश्वजीत राणे मनोहर पर्रिकर कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री थे। वह कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं।