जयपुर पहुंची जीवन की आस कोवैक्सीन की पहली खेप, मंत्रोच्चारण के साथ की गई पूजा

आज का दिन प्रदेश वासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि आज कोरोना की वैक्सीन की पहली खेप जयपुर पहुंच चुकी हैं। वैक्सीन हैदराबाद से एयर एशिया की फ्लाइट से जयपुर लाई गई हैं। भारत बायोटेक कंपनी की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' के फ्लाइट से उतारने के साथ ही पुलिस एस्कार्ट में एयरपोर्ट से सीधे स्टेट ड्रग सेंटर पर लाया गया। वहां मंत्रोच्चारण के बीच पूजा के बाद वैक्सीन को स्टोर में रखा गया।

जयपुर में कोरोना टीके का स्वागत कमोबेश कुछ इसी तरह किया गया, जैसे एक बड़ी शुभ घड़ी आई हो। उत्सव की तरह एयरपोर्ट पर पहुंचते ही वैक्सीन का स्वागत किया गया। यहां से रवाना वैक्सीन की यह खेप जनता कॉलोनी स्थित वैक्सीन सेंटर पर तब ही प्रवेश कराई गई जब पंडित जी ने शुभ का चौघड़िये का समय बताया। प्रवेश के साथ ही टीके के कार्टन पर नारियल चढ़ाया। पुष्प अर्पित किए गए। टीके के प्रवेश के साथ ही मेडिकल के अफसरों के माथे पर टीका लगाया गया। यानी टीके का स्वागत टीके से ही किया गया। शुभ घड़ी का स्वागत कुछ ऐसे ही माहौल में हुआ। जानकारी अनुसार, जयपुर पहुंची वैक्सीन की ये पहली डोज है। 28 दिन बाद लगने वाली दूसरी डोज कुछ समय बाद पहुंचेगी।

पुलिस एस्कार्ट में वैक्सीन को ले जाया गया

जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल- एक से पुलिस एस्कॉर्ट में वैक्सीन को ड्रग स्टोर सेंटर पर लाया गया। इसी सेंटर से जयपुर जिले में बनाए 229 वैक्सीनेशन सेंटर तक वैक्सीन को सप्लाई किया जाएगा। जयपुर के अलावा यहां से अन्य जिलों में भी वैक्सीन की खेप पहुंचायी जाएगी। जयपुर की बात करें तो अब तक राजधानी में 59,600 हेल्थ वर्कर्स का को-विन एप पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है, जिन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी। जयपुर के शहरी क्षेत्र में 84 और ग्रामीण इलाकों में 145 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं।

बुधवार को राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की 6 लाख 3 हजार 500 डोज की पहली खेप पहुंचनी है। इसमें 5.43 लाख डोज सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से बनाई वैक्सीन हैं, जबकि 20 हजार डोज भारत बायोटेक की। भारत बायोटेक की वैक्सीन की पहुंच गई है।

24 हजार लीटर क्षमता के चार वॉक इन कूलर

जहां वैक्सीन को स्टोर किया गया है वहां करीब 26 हजार लीटर की क्षमता के 4 वॉक इन कूलर (WIC) की व्यवस्था है। इसमें 2 डिग्री से लेकर 8 डिग्री के बीच तापमान को नियंत्रित रखने की व्यवस्था है, ताकि वैक्सीन सुरक्षित रह पाए। वहीं, बिजली कटने की स्थिति में इसमें लगा हुआ ऑटोमेटिक जेनरेटर स्टार्ट हो जाएगा।

इसके अलावा केन्द्र सरकार की ओर से 120 की संख्या में आइस लाइंड रेफ्रिजीरेटर (ILR) भी भेजे गए हैं। ये ILR जरूरत पड़ने पर जिले या जोन की प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (PHC), सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (CHC) पर बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटरों पर भेजा जाएगा।