PNB Scam में फंसे बैंक कर्मचारी के पिता का बयान, बेटा निर्दोष है उसे सिर्फ बलि का बकरा बनाया जा रहा है

पीएनबी घोटाले में फंसे बैंक के कर्मचारी मनोज खरात के पिता हनुमंत खरात ने घोटाले में अपने बेटे का नाम आने पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है, उसे सिर्फ बलि का बकरा बनाया जा रहा है। एक अखबार से बात करते हुए हनुमंत खरात ने कहा कि मनोज मुंबई में है और जब हमारी बात उससे हुई तो हमने मनोज से कहा कि जांच एजेंसियों का सहयोग करो, जो कुछ भी तुम्हें पता है एजेंसियों को बताओ। हनुमंत खरात ने यह जानकारी फोन के माध्यम से एक अखबार को दी है। आपको बता दें कि खरात परिवार महाराष्ट्र के कर्जत में पिछले 10 सालों में रह रहा है।

हनुमंत खरात अहमदनगर जिला परिषद के सिचाईं विभाग में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि मनोज ने इस बारे में परिवारों को कुछ दिनों पहले बताया था। मनोज ने परिवार को बताया था कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है। उसका नाम मामले में जबरन घसीटा जा रहा है। मनोज ने अपने पिता को बताया था कि मैंने सिर्फ वो किया जो सीनियर्स ने मुझसे करने के लिए कहा था।

मनोज ने गुरुवार को आखिरी बार अपने परिवार से बात की थी। उन्होंने बताया कि पुणे के कॉलेज से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद मनोज की नियुक्ति पंजाब नेशनल बैंक में बतौर क्लर्क हुई थी। मनोज ने अपने पिता को बताया था कि उसके अधिकार में 25 हजार रुपये से ऊपर की राशि नहीं आती है। जो आरोप उस पर लगाए जा रहे हैं, वह सिर्फ उसे फंसाने के लिए लगाए जा रहे हैं।

सीबीआई के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक के डिप्टी मैनेजर रहे गोकुलनाथ शेट्टी ने नीरव मोदी की कंपनियों को फर्जी तरीके से LoU दिया। गोकुलनाथ शेट्टी और मनोज खरात ने साथ मिलकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया। जब मामला पकड़ में आया तो हैरान कर देने वाली जानकारी मिली। बैंक के दस्तावेजों में नीरव की कोई एंट्री ही नहीं थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार प्रहार

वही शुक्रवार को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 11,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी भारत का सबसे बड़ा 'बैंक लूट घोटाला' है और यह बढ़कर 21,206 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। मोदी इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? कांग्रेस ने सवाल उठाया कि सरकार इस मुद्दे पर चुप क्यों है और यह कैसे हुआ और एजेंसियों ने कैसे अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी व उसके चाचा मेहुल चोकसी व अन्य को भारत से चले जाने की अनुमति दी।

भाजपा का पलट वार

पंजाब नेशनल बैंक में हुए घोटाले पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि यह घोटाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का एक और घोटाला है, जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की जागरूकता की वजह से सामने आया है। उन्होंने कहा, "यह भाजपा सरकार की जागरूकता की वजह से प्रकाश में आ पाया। यह संप्रग सरकार के कार्यकाल में शुरू हुआ था। यह संप्रग का एक और घोटला है। हमारी जागरूकता और उपयुक्त कार्य-प्रणाली की वजह से यह मामला प्रकाश में आया।"

सीबीआई ने मांगी इंटरपोल से मदद

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने घोटाले के आरोपी अरबपति हीरा व्यापारी नीरव मोदी का पता लगाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। नीरव मोदी फिलहाल देश से फरार हैं।

सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल मोदी और बिजनेस पार्टनर मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल डिफ्यूजन नोटिस जारी किया है। टरपोल डिफ्यूजन नोटिस का इस्तेमाल अन्य देशों में छिपे किसी शख्स का पता लगाने के लिए किया जाता है।