पिता और भाई की मौत के अगले दिन दी 10वीं परीक्षा, रिजल्ट आया तो स्कोर किया 92 फीसदी

बोर्ड परीक्षा स्टूडेंट्स के लिए कितना अहम होता है, यह सभी जानते हैं। परीक्षा से एक दिन पहले जहां बच्चे अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए थे, वहीं गोविंदपुरम स्थ‍ित ब्राइटलैंड स्कूल की छात्रा टिया सिंह के घर पर शोक का माहौल था। टिया के मैथ्स परीक्षा से एक दिन पहले एक सड़क हादसे में उसने अपने पिता और भाई को खो दिया था। पिता का सपना था कि उनकी बेटी टिया डॉक्टर बनें। पिता के इन्हीं सपनों को पूरा करने के लिए टिया ने सभी परीक्षाएं दी और अच्छे नंबर भी हासिल किए। टिया सिंह ने पंजाब बोर्ड 10वीं बोर्ड परीक्षा में 92.4% अंक लाकर अद्भुत हौसले का परिचय दिया है। पिता की मौत का गम और अस्पताल में जिंदगी के लिए लड़ रहे छोटे भाई को देख रही टिया ने इतनी बड़ी घटना के बावजूद अपना मनोबल दृढ। रखते हुए परीक्षा दी और 92.4% अंक हासिल किए। बता दें कि टिया सिंह ने इंग्लिश में 99, सोशल स्टडिज में 95, हिंदी में 90 और साइंस और मैथ्स में 89 अंक हासिल किए हैं। हादसे के बाद भी टिया का मनोबल सराहनीय रहा। स्कूल डायरेक्टर बलविन खंडेलवाल ने भी टिया की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक ब्रिलियंट स्टूडेंट है। उसने अभी 11वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों को चुना है। टिया ने बताया कि मेरे पिता मेरे रिजल्ट को देखकर बहुत खुश होते। मुझे लगता है कि ये सब नहीं होता तो मैं और अच्छे नंबर ला सकती थी। मैं 3-4 घंटे सेल्फ स्टडी करती थी और स्कूल से आने के बाद हर टॉपिक पर पढ़ाई करती थी। टिया के स्कूल ने उसकी माता को स्कूल में प्राइमरी टीचर की जॉब देने का ऑफर किया है। उन्होंने कहा कि टिया ने 11वीं कक्षी में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट ली है क्योंकि वह डॉक्टर बनना चाहती थी। स्कूल प्रबंधन ने कहा है कि हमने टिया की स्कूल फीस को माफ कर दी है।

बता दें, 7 मई को सीबीएसई 10वीं बोर्ड के परिणाम जारी किए गए थे।

हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान टिया की मां रीना सागर ने बताया कि टिया ने इतनी बड़ी घटना के बीच बहुत हौसला दिखाया। वह पूरी रात रोती रही, उस रात कोई भी सोया नहीं। टिया अपने घायल भाई को देखने के लिए अस्पताल भी गई थी। फिर सुबह होने पर वह परीक्षा देने के लिए निकल गई।

परीक्षा से लौटने के बाद उसने अपने पिता और भाई के अंतिम संस्कार में भाग लिया। उसके पिता ने मरने से पहले टिया को कहा था कि स्कूल के सिर्फ दो साल बाकी हैं और उसे अच्छे अंक लाकर डॉक्टर बनना है।

बता दें, रिया के परिवार में कई लोग डॉक्टर पेशे से जुड़े हैं। इस कारण टिया के पिता चाहते थे कि उनकी बेटी भी डॉक्टर बनें। इस दौरान टिया ने कहा कि रिजल्ट देखकर उसके पिता बहुत खुश होते अगर यह हादसा नहीं होता तो वह और भी बेहतर कर सकती थी। इस हादसे ने वो सबकुछ छीन लिया जिनसे वह प्यार करती थी, लेकिन अब वह इस चुनौती के आगे वह खुद को साबित करके दिखाएगी। इस हादसे में पिता के अलावा टिया ने अपने छोटे भाई गर्व‍ित को भी खो दिया। टिया का भाई गर्व‍ित क्लास पांचवी में पढ़ता था। उसने पांचवी में क्लास में दूसरा स्थान हासिल किया था, इसी खुशी में 6 मार्च की रात गर्व‍ित और उसके पिता डिनर के लिए बाहर गए थे। टिया के चाचा अनिल सागर ने बताया कि वापसी के दौरान गर्व‍ित और उसके पिता की बाइक को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। जहां मौके पर ही टिया के पिता की मौत हो गई, जबकि भाई की मौत अस्पताल में हुई। उन्होंने कहा कि टिया ने बहुत ही हौसले से काम लिया और एक के बाद एक परीक्षा पूरी ईमानदारी से दी।

स्कूल ने की फीस माफ, मां को दी नौकरी

टिया और उसकी मां रीना ने ब्राइट लैंड स्कूल की डायरेक्टर बलवीन खंडेलवाल का फीस माफ करने और नौकरी देने पर आभार व्यक्त किया है। रीना का कहना है कि हादसे के बाद स्कूल प्रबंधन उनकी मदद को आगे आया। जिससे मां.बेटी को आगे बढ़ने की हिम्मत मिल सकी। स्कूल प्रबंधन ने जहां टिया को 12वीं क्लास तक बिना फीस लिए पढ़ाने का वादा किया है। वहीं उन्हें भी नर्सरी टीचर की नौकरी दी है।