अलवर : मां की कोरोना से मौत के 16 दिन बाद ही पिता ने भी गंवाई जान, बेटी ने दी चिता को आग, हर शख्स की फूटी रूलाई

कोरोना से संक्रमितो की संख्या जरूर कम आने लगी हैं लेकिन मौतों का आंकड़ा थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई अलवर के रामगढ़ कस्बे से जहां कस्बे में कोरोना से मौतें थम नहीं रहीं हैं। रविवार सुबह सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी हरबंस लाल ने कोरोना से दम तोड़ दिया। महज 16 दिन पहले ही उनकी पत्नी राजकुमारी की संक्रमण से मौत हो गई थी। मां के मरने के 16वें ही दिन पिता को उनकी बेटी मुखाग्नि देने पहुंची तो हर शख्स की रुलाई फूट पड़ी।

अलवर के निजी अस्पताल की एंबुलेंस से पीपी किट लिपटे पिता का बेटी परवीन ने कलेजे पर पत्थर रख अंतिम संस्कार किया। लाल के परिवार में अब कोई नहीं बचा है। उनकी दो बेटियां परवीन और सीमा हैं, जो विवाहित हैं। रामगढ़ कस्बे के श्मशानों में 15 अप्रैल से अब तक 20 से अधिक शवों का दाह संस्कार हुआ है। यह संख्या कस्बे में होने वाली सामान्य दिनों की मौतों के मुकाबले तीन गुना है।

ग्राम विकास अधिकारी राकेश शर्मा के अनुसार सामान्यतः एक माह में कस्बे में 7 लोगों की मौत होती रही हैं। वहीं दूसरी तरफ खण्ड चिकित्सा कार्यालय में रविवार तक कस्बे में कोरोना से मरने वालों की संख्या 9 व ब्लॉक में यह संख्या 29 ही दर्ज हैं। इनके अनुसार रामगढ़ कस्बे में कोविड के 70 एक्टिव पेशेंट हैं। जबकि ब्लॉक में एक्टिव पेशेंट की संख्या 545 है। ब्लॉक में अब तक संक्रमित हुए रोगियों की संख्या 1717 है। इनमें 29 की मौत हो गई है। जबकि 1143 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।