हरियाणा के जींद में आज किसान महापंचायत, 50 हजार लोग होंगे शामिल

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को मजबूत करने के लिए किसान लगातार दिल्ली पहुंच रहे हैं। किसान संगठनों ने मंगलवार को ऐलान किया है कि वे 6 फरवरी को नेशनल और स्टेट हाईवेज को जाम करेंगे। भारतीय किसान मोर्चा (आर) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा। उधर, किसानों के रुख को देखते हुए पुलिस भी बैरिकेडिंग मजबूत करने में जुटी है। टीकरी बॉर्डर पर मंगलवार को पहले 4 फीट मोटी सीमेंट की दीवार बनाकर 4 लेयर में बैरिकेडिंग की गई, फिर सड़क खोदकर उसमें नुकीले सरिए लगा दिए गए। सड़क पर रोडरोलर भी खड़े किए गए हैं। वहीं हरियाणा के जींद जिले के कंडेला गांव में आज किसान महापंचायत बुलाई गई है। इसमें 50 हजार लोगों के जुटने का अनुमान है। इस महापंचायत में किसान आंदोलन की आगामी रणनीति बनाई जाएगी। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत बुधवार को जींद में कंडेला गांव पहुंच रहे हैं। वह यहां किसानों के लिए होने वाली महापंचायत में हिस्सा लेंगे।

आंदोलन के समर्थन में जेजेपी नेता ने दिया इस्तीफा

उधर, हरियाणा के करनाल जिले में जेजेपी के नेता और जिला अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह गोरैया ने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ये इस्तीफा कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन में दिया है। उनका कहना है कि मैं अपना व्यक्तिगत फायदा नहीं देखना चाहता था बल्कि मैं किसानों के साथ मिलकर उनकी आवाज़ आगे बढ़ाना चाहता हूं। मैं आगे भी आंदोलन में लगातार जाता रहूंगा।

किसान आंदोलन के समर्थन में इससे पहले इनेलो नेता अभय चौटाला भी विधायक पद को त्याग चुके हैं। उन्होंने पिछले दिनों विधायक पद से स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंपा था। अभय चौटाला ने किसान आंदोलन के पक्ष में ऐलान किया था कि 26 जनवरी तक अगर केंद्र सरकार ने कानून वापस नहीं लिए तो वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे।

40 लाख ट्रैक्टरों के साथ निकालेंगे रैली

दिल्ली में सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए किए गए भारी-भरकम सुरक्षा इंतजामों की खबरों के बीच किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि सरकार को अक्टूबर तक का समय देने के लिए किसान तैयार हैं। अगर सरकार ने तब भी बात नहीं मानी तो देशव्यापी ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसान 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ रैली निकालेंगे। भाकियू नेता ने साफ तौर पर कहा कि सरकार को किसानों की मांग मान लेनी चाहिए।