देशभर में आज किसानों का बड़ा प्रदर्शन, नेशनल और स्टेट हाईवे करेंगे जाम; चक्काजाम को कांग्रेस का समर्थन

26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली में भड़की हिंसा के बाद आज किसान संगठन देशभर में तीन घंटे के लिए चक्का जाम करेंगे। 40 किसान संगठनों ने ये चक्काजाम बुलाया है। शनिवार दोपहर 12 से 3 बजे तक चक्काजाम रहेगा। इस दौरान गाड़ियों को चलने नहीं दिया जाएगा। सभी नेशनल और स्टेट हाइवे को जाम किया जाएगा। यह चक्काजाम 1 फरवरी को पेश किए बजट में किसानों की मांग की अनदेखी करने और दिल्ली की सीमा पर हो रहे आंदोलन की जगहों पर इंटरनेट बंद किए जाने के खिलाफ किया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुताबिक 12 से 3 बजे तक चलने वाले चक्काजाम के दौरान जिन गाड़ियों को रोका जाएगा, उन्हें खाना और पानी दिया जाएगा। साथ ही बताया जाएगा कि सरकार उनके साथ क्या कर रही है। इस दौरान इमरजेंसी और जरूरी सर्विसेस जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा। दोपहर 3 बजे चक्‍काजाम खत्‍म होने के बाद एक साथ एक मिनट के लिए गाड़‍ियों के हॉर्न बजाए जाएंगे।

राकेश टिकैत ने कहा कि हम दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में सड़कें नहीं रोकेंगे, क्योंकि यहां कुछ लोग हिंसा फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास इसके सबूत हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसान स्टैंड बाई पर रहेंगे। ये किसान आंदोलन को बैकअप देंगे। टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद थे। यहां शुक्रवार को किसानों ने गेंदे के पौधे लगाए। टिकैत ने कहा कि जिस बॉर्डर पर सरकार ने हमें रोकने के लिए कांटे लगाए हैं, हमने उस बॉर्डर पर फूल उगाने का फैसला किया है।

टिकैत ने कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक राकेश टिकैत ने कहा कि 6 फरवरी को सिर्फ दो राज्यों उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में चक्काजाम नहीं होगा।

इधर किसानों के चक्काजाम पर नोएडा के एडीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि नोएडा क्षेत्र में किसी संगठन ने हमें आधिकारिक रूप से सूचना नहीं दी है। ग्रेटर नोएडा से सूचना मीडिया के माध्यम से हमें मिली है। उसकी तैयारी की गई है। हमारी कोशिश रहेगी कि आम जनता को कोई समस्या न हो।

किसानों के चक्काजाम के मद्देनजर दिल्ली-NCR में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बलों (CRPF) की 31 कंपनियों की तैनाती 2 हफ्ते के लिए और बढ़ा दी गई है। दिल्ली में तैनात CRPF की सभी यूनिट्स से कहा गया है कि वे अपनी बसों पर लोहे का जाल लगा लें। दिल्ली पुलिस भी अलर्ट है। पुलिस 26 जनवरी को हुई हिंसा के मद्देनजर ज्यादा सावधानी बरत रही है। मेट्रो स्टेशन के अधिकारियों से भी दिल्ली पुलिस ने संपर्क किया है। स्थिति को देखते हुए कुछ मेट्रो स्टेशनों को आज बंद भी किया जा सकता है। पुलिस ने मेट्रो सर्विस को इसके लिए तैयार रहने को कहा है।

आंदोलन को मजबूती देने के लिए शुक्रवार से उत्तर प्रदेश और राजस्थान में किसान पंचायतों की सीरीज शुरू की गई, जो फरवरी के आखिर तक चलेगी। इनका आयोजन राष्ट्रीय लोक दल (RLD) की तरफ से किया जा रहा है। RLD ने पिछले हफ्ते किसान आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया था। RLD के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने गुरुवार को कहा कि किसान पंचायतों का मकसद सरकार को यह बताना है कि यह एक बड़ा आंदोलन है। इसमें राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसानों तक पहुंचें और दूसरे लोगों को भी इस मुद्दे की संवेदनशीलता बताएं। जयंत चौधरी ने शामली में हुई एक खाप पंचायत के दौरान यह बात कही। इस खाप में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत भी मौजूद थे। शामली में हजारों की संख्या में किसान खाप में शामिल हुए।

चक्काजाम को कांग्रेस का समर्थन


किसान संगठनों के चक्काजाम को कांग्रेस का समर्थन मिला है। दिल्ली में हरियाणा के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक करने बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बैठक में हमने किसानों के आंदोलन का समर्थन करने की बात कही है। हमारी पार्टी का निर्णय है कि नए कृषि क़ानून वापस होने चाहिए। कांग्रेस किसानों के साथ है।