एल्विश यादव ने पूछताछ में कबूला, रेव पार्टियों में करता था सांप के जहर की व्यवस्था

नई दिल्ली। रविवार को नोएडा पुलिस ने एक पार्टी में मनोरंजक दवा के रूप में सांप के जहर के कथित इस्तेमाल की जांच के सिलसिले में यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 विजेता एल्विश यादव को गिरफ्तार किया। सोमवार को एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में कहा गया कि पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एल्विश ने अपने द्वारा आयोजित रेव पार्टियों में सांप और सांप के जहर की व्यवस्था करने की बात कबूल की है।

सोशल मीडिया पर मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव नोएडा पुलिस की गिरफ्त में है। सांपों के जहर की कथित खरीद-फरोख्त मामले में उसे अरेस्ट किया गया है। पूछताछ में उसने आरोप भी कबूल कर लिया और बताया कि पार्टी में शामिल आरोपियों के साथ पहले भी रेव पार्टियों में मिल चुका था। उस पर आरोप था कि वह पार्टियों में सांप और सांपों के जहर की सप्लाई करता था।

रिपोर्ट के अनुसार, एल्विश यादव, जिन्होंने पहले सांप के जहर मामले में शामिल होने से इनकार किया था, ने पूछताछ के दौरान यह भी स्वीकार किया कि वह पिछले साल सांप के जहर की आपूर्ति के लिए गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों को जानते थे। नोएडा पुलिस ने एल्विश को 17 मार्च की शाम को गिरफ्तार किया है। कुछ महीने पहले उसे एक रेव पार्टी में देखा गया था, जहां वह अपने दोस्तों के साथ कथित रूप से दुर्लभ सांपों को गले में डालकर डांस-पार्टी कर रहा था।

पांच अन्य, जिन्हें गिरफ्तार किया गया था और अब जमानत पर बाहर हैं, की पहचान राहुल (32), टीटूनाथ (45), जयकरण (50), नारायण (50) और रविनाथ (45) के रूप में की गई, जो दक्षिण-पूर्व दिल्ली के मोहरबंद गांव बदरपुर के निवासी थे।

एल्विश यादव को फिलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उसने पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा सेक्टर 51 स्थित एक बैंक्वेट हॉल में सांपों का जहर मुहैया कराया था। फॉरेंसिक टीम ने भी इसकी पुष्टि की थी। तब एल्विश यादव और छह अन्य लोगों पर वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट और आईपीसी की धारा 129(ए) के तहत केस दर्ज किया गया था। एल्विश से पहले भी पूछताछ हुई है लेकिन पुलिस ने उसे तब गिरफ्तार नहीं किया था।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 29 के तहत केस दर्ज किया है। इस कानून के तहत तब कार्रवाई की जाती है, जब कोई ड्रग से जुड़ी साजिश शामिल हो या मामला ड्रग्स की खरीद-फरोख्त से जुड़ा हो। मसलन, इस कानून के तहत सजा पाने वाले दोषी को जमानत मिलना आसान नहीं होता।

गौरतलब है कि पुलिस ने 3 नवंबर को आरोपियों के कब्जे से पांच कोबरा समेत नौ सांपों को बचाया था। जांच से पता चला कि सभी नौ सांपों में वेनॉम ग्लैंड्स गायब थीं, जिसमें जहर होता है। पुलिस ने उनके पास से 20एमएल सांप का जहर भी बरामद किया था। एल्विश ने आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार, फर्जी और 1 फीसदी भी सच नहीं करार दिया था।

पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) ने सांप के जहर वाली रेव पार्टी का खुलासा किया था। इसी संस्था के अधिकारी ने एल्विश के खिलाफ पिछले हफ्ते एक और शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि यूट्यूबर उन्हें धमकी दे रहा है। उस पर एक म्यूजिक वीडियो का भी मामला है, जिसमें वह सांपों के साथ खेलता नजर आ रहा है, जिसमें दुर्लभ सांप शामिल थे।