चुनावी बांड: BRS चौथी सबसे बड़ी पार्टी, DMK को सैंटियागो मार्टिन की फर्म से ₹509 करोड़ मिले

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने रविवार को चुनावी बांड योजना से जुड़े ताजा आंकड़ों का खुलासा किया। चुनाव आयोग ने ये विवरण सीलबंद कवर में सुप्रीम कोर्ट को सौंपे थे और बाद में डेटा को सार्वजनिक करने के लिए कहा गया था। विवरण के अनुसार, माना जाता है कि यह 12 अप्रैल, 2019 से पहले का है। एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके को चुनावी बांड के माध्यम से ₹656.5 करोड़ प्राप्त हुए, जिसमें सैंटियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग कंपनी द्वारा खरीदे गए बांड भी शामिल हैं।

चुनावी बांड खुलासे से मुख्य बातें इस प्रकार हैं:

आंकड़ों के अनुसार, तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी को मार्टिन की कंपनी से गुमनाम दान के रूप में ₹509 करोड़ मिले। कांग्रेस पार्टी ने चुनावी बांड के माध्यम से कुल ₹1,334.35 करोड़ भुनाए। भाजपा ने कुल ₹6,986.5 करोड़ के चुनावी बांड भुनाए। 2019-20 के दौरान सत्तारूढ़ दल ने अधिकतम ₹2,555 करोड़ भुनाए।

BJD ने ₹944.5 करोड़ के चुनावी बांड भुनाए। YRS कांग्रेस ने ₹442.8 करोड़ और TDP ने ₹181.35 करोड़ भुनाए।


तृणमूल कांग्रेस चुनावी बांड योजना के माध्यम से दान प्राप्त करने वाली दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। इसे ₹1397 करोड़ मिले। के चन्द्रशेखर राव की बीआरएस भाजपा, तृणमूल और कांग्रेस के बाद चौथा सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है। उन्होंने ₹1322 करोड़ के बॉन्ड भुनाए। समाजवादी पार्टी ने चुनावी बांड के जरिए ₹14.05 करोड़ कमाए। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, अकाली दल को ₹7.26 करोड़, एआईएडीएमके को ₹6.05 करोड़, नेशनल कॉन्फ्रेंस को ₹50 लाख मिले।