सुरक्षा उल्लंघन के आरोप में 8 कर्मी निलम्बित, 5 आरोपी गिरफ्तार, मास्टर माइंड हो सकता है छठा व्यक्ति

नई दिल्ली। संसद भवन की सुरक्षा में कल बड़ी चूक हो गई। दो व्यक्ति लोकसभा में दर्शक दीर्घा से चैंबर में घुस गए और नारेबाजी करने लगे। इस घटना पर लोकसभा सचिवालय ने बड़ी कार्रवाई की है। सुरक्षा उल्लंघन के आरोप में आठ कर्मियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, संसद में सुरक्षा में हुई चूक पर गृह मंत्रालय ने लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं। संसद में यह सेंध संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर हुई।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा चूक की घटना के संबंध में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

संसद पर 2001 को हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग- सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए, उन्होंने नारेबाजी की और 'केन' के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। इस बीच कुछ सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया। लगभग उसी वक्त दो अन्य आरोपियों अमोल शिंदे और नीलम देवी ने संसद परिसर के बाहर 'केन' से रंगीन धुआं छोड़ा और ''तानाशाही नहीं चलेगी'' के नारे लगाए।

पुलिस ने कहा कि इस घटना की योजना छह लोगों ने मिल कर बनाई थी और ये चारों लोग उसी समूह का हिस्सा हैं। अधिकारियों ने बताया कि घटना के संबंध में संसद मार्ग थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 452 (बिना मंजूरी के प्रवेश), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 186 (लोक सेवक को सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में बाधा पहुंचाना) और 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल का इस्तेमाल करना अथवा हमला) और यूएपीए की धारा 16 तथा 18 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार

वहीं, संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ये कामविभिन्न मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया है। आरोपियों ने बताया है कि उनका उद्देश्य बेरोजगारी, किसानों की परेशानी, और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों पर सरकार को ध्यान दिलाना था। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहन जांच कर रही हैं ताकि यह पता लग सके कि इन आरोपियों को किसी संगठन ने निर्देशित किया था या नहीं।

छठा आदमी हो सकता है मास्टर माइंड

संसद में सेंध के मुद्दे पर पुलिस ने गहनता से जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता छठा/कोई अन्य व्यक्ति हो सकता है। यह जानकारी प्रारंभिक जांच के बाद सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने सुरक्षा में सेंध लगाने से पहले ही संसद के बाहर रेकी कर ली थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े थे।