जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर पिछले 9 दिनों से चल रहे ड्रामे को भाजपा ने मंगलवार को भजनलाल का नाम घोषित करके समाप्त कर दिया। जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक बने भजनलाल शर्मा विधायक दल के नेता चुने गए। इससे पहले छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी भाजपा ने नए चेहरों को मौका देकर सभी को चौंका दिया था।
भाजपा की विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। उपमुख्यमंत्री के तौर पर राजकुमारी दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा का नाम सामने आया। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को बनाया गया है। उपमुख्यमंत्री बनने के बाद दीया कुमारी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “जिस तरह से महिलाओं को केंद्र में रखते हुए केंद्र सरकार ने बहुत सी योजनाएं भी बनाई हैं. जो विश्वास नेतृत्व ने मेरे ऊपर दिखाया है उसके लिए मैं पीएम मोदी के साथ साथ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त करती हूं। एक साथ मिलकर हम सभी काम करेंगे। महिलाओं और युवाओं को न्याय मिले और राज्य का विकास हो इसी को ध्यान में रखते हुए हम काम करेंगे।”
वसुंधरा राजे से रिश्तों में तल्खी पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “इस तरह की बातों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। इस तरह की कोई बात नहीं है। सभी लोग एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और हमने भी एक साथ मिलकर काम किया है। जब इस बात की घोषणा की गई थी तो वो भी वहीं पर थीं। उनका भी आशीर्वाद मिला है।”
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पूर्ण बहुमत मिलने के एक हफ्ते से ज्यादा वक्त के बाद भाजपा ने इस सभी राज्यों में नए चेहरों पर दांव लगाया है। सबसे पहले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की घोषणा हुई, उसके बाद मध्य प्रदेश में और सबसे आखिरी में राजस्थान में इसकी घोषणा की गई। राजस्थान में वसुंधरा राजे के दबदबे के सामने भाजपा के इस दांव की चर्चा हो रही है।