अपने परिवार के साथ धोनी ने किया मताधिकार का प्रयोग, जहाँ की पढ़ाई वहीं डाला वोट, लाइन में लगे राज्यपाल

रांची । क्रिकेट लीजेंड महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को रांची में मताधिकार का प्रयोग किया। धोनी अपनी पत्नी साक्षी सिंह धोनी, पिता पान सिंह, मां, दोस्त सीमांत लोहानी एवं परिवार के अन्य सदस्यों के साथ श्यामली कॉलोनी में जेवीएम स्कूल स्थित बूथ पर वोट डालने पहुंचे। यह बूथ उसी स्कूल में स्थित है, जहां से धोनी ने पढ़ाई की है और जहां से उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत हुई थी। धोनी ने मताधिकार के इस्तेमाल के पहले या बाद में मीडिया से कोई बात नहीं की। उनकी पत्नी ने हाथ हिलाकर प्रशंसकों का अभिवादन किया। रांची में रहने पर धोनी हर चुनाव में वोट डालने जरूर पहुंचते हैं।

वहीं दूसरी ओर झारखण्ड के राज्यपाल ने भी आज अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य अपने मतदान केन्द्र पर पहुँचे, जहाँ उन्हें कुछ देर मतदाताओं की लाइन में खड़ा होना पड़ा। राज्यपाल ने पहले पांच मतदाता खड़े थे। उनके वोट डालने के बाद ही राज्यपाल ने अपना वोट डाला।

धोनी के अलावा भी झारखंड के कई बड़े चेहरे मतदान करने पहुंचे। झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी और झामुमो लीडर कल्पना सोरेन ने हरमू स्थित संत फ्रांसिस स्कूल के बूथ पर वोट डाला। वोट देने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी तस्वीर पोस्ट की और लिखा, अन्याय पर न्याय की प्रचंड जीत के लिए आज चुनाव के इस महापर्व में शामिल होकर मैंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। आप सभी से अपील है कि भारी से भारी संख्या में अपने मतदान केंद्र पहुंचकर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।

इसके पहले झारखंड के राज्यपाल सीपी. राधाकृष्णन ने रांची में श्री कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान स्थित बूथ पर सुबह 7 बजे पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह बूथ राजभवन से 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। राज्यपाल जब बूथ पर पहुंचे तो उनसे पहले पांच मतदाता खड़े थे। राज्यपाल ने करीब पांच मिनट लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया।


उन्होंने निर्वाचन पदाधिकारी को अपना पहचान पत्र दिखाया और इसके बाद मतदान किया। मतदान के बाद राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी फोटो पोस्ट की। उन्होंने लिखा, आज मैंने श्री कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान, रांची में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सभी मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे भी अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।