जयपुर में पतंगबाजी से घायल पक्षियों के उपचार के लिए विशेष व्यवस्था, मोबाइल यूनिट का गठन

जयपुर । शासन सचिव पशुपालन गोपालन और डेयरी डॉ समित शर्मा ने कहा है कि मकर संक्रांति के अवसर पर जयपुर शहर में होने वाली पतंगबाजी से घायल पक्षियों के उपचार के लिए पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक जयपुर सहित समस्त 16 अधीनस्थ पशु चिकित्सा संस्थाएं 13 जनवरी से 20 जनवरी तक सुबह 6:00 से शाम 8:00 बजे तक खुली रहेंगी। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति के दिन किसी भी अधिकारी कर्मचारी को किसी भी प्रकार का अवकाश स्वीकृत नहीं होगा। मकर संक्रांति के दिन घायल पक्षियों का मौके पर उपचार करने के लिए मोबाइल यूनिट का भी गठन किया गया है। यह सभी मोबाइल यूनिट सूचना प्राप्त होते ही घायल पक्षियों के उपचार के लिए निर्धारित स्थान पर पहुंचकर उनका इलाज करेंगे। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।

पांच बत्ती स्थित पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक जयपुर को कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां लैंडलाइन नंबर 0141-233237 पर तथा डॉक्टर जितेंद्र राजोरिया 9414228901 से संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा पशु चिकित्सालय, हीरापुरा, में डॉ अमित गोयल 9024 754721, गांधीनगर में डॉ अनिल कुमार शांडिल्य 94148 49055, दुर्गापुरा में डॉ नीरज शुक्ला 94140 28244, नाहरी का नाका में डॉ सुरेंद्र सिंह शेखावत 982900 5334, सिरसी में डॉ विक्रम सिंह 94144 67759, हरमाड़ा में डॉक्टर एनके वर्मा 9660 324 545, पुरानी बस्ती में डॉ पुष्पेंद्र कालोरिया 94147 26733, आदर्श नगर में डॉ प्रवीण कुमार सोनी 98294 12052, आमेर में डॉ सुनील जैन 8302 437820, जगतपुरा में डॉ मोहनलाल मीणा 77424 3997, मानसरोवर में डॉ निरूपा सीरवी 9414 324 891जयपुर उत्तर में डॉ जितेंद्र कुमार 82900 15392, झोटवाड़ा में डॉ रामकृष्ण बोहरा 94144 54282 सांगानेर में डॉक्टर कौशल मंडावरा 94138 05281तथा पशु चिकित्सालय जयपुर में डॉ राकेश कुमार चौधरी 94142 76460 से संपर्क किया जा सकता है। पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक जयपुर के अंतर्गत घायल पक्षियों का मौके पर उपचार के लिए मोबाइल यूनिट का गठन भी किया गया है। इस मोबाइल यूनिट के लिए डॉक्टर जितेंद्र राजोरिया से संपर्क किया जा सकता है

डॉ शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति के अवसर पर घायल परिंदों को बचाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिंदों के आसमान में उड़ने की आजादी में हमें बाधक नहीं बनना चाहिए क्योंकि आसमान में उड़ने का पहला अधिकार परिंदों का है। उन्होंने शहर वासियों से अपील भी की है कि पक्षियों के उड़ने के पीक आवर्स सुबह 6से 8 और शाम 5 से 7 बजे के बीच पतंगबाजी न करें और चाइनीज मांझे का उपयोग न करें।