कोटा : डेंगू बढ़ा रहा आमजन की चिंता, 250 के पार हो गया सितंबर महीने का आंकड़ा

कोरोना की परेशानी अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई हैं और इस बीच मच्छर जनित बीमारियां आमजन की चिंता बढ़ा रही है। चिकित्सा विभाग की टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं क्योंकि डेंगू के डंक के साथ स्क्रब टाइफस का कहर भी बढ़ता जा रहा है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाके के हर हिस्से से डेंगू के केस सामने आ रहे है। आंकड़ों पर नजर डाले तो 7 दिन में ही 113 डेंगू केस सामने आ चुके है। यानी इन 7 दिनों में 16 मरीज रोज डेंगू की चपेट में आए है। बुधवार को 23 डेंगू के रोगी मिले है। सितंबर के 29 दिन में ही डेंगू पॉजिटिव का आंकड़ा 250 के पार हो गया है। जो पिछले तीन साल के सितंबर माह में सबसे ज्यादा है। चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2018 के सितंबर माह में 165, साल 2019 में 137 मामले सामने आए थे। साल 2020 में कोरोना के कारण डेंगू के केस रिपोर्ट नही हुए।

डेंगू के साथ स्क्रब टाइफस का कहर बढ़ रहा है। पहाड़ी इलाकों में पाई जाने वाला स्क्रब टाइफस अब शहरी इलाकों में पहुच गया है। शहरी इलाको से भी स्क्रब टाइफस पॉजिटिव मरीज सामने आने लगे है। बीते 7 दिन में ही 26 केस सामने आ चुके है। जबकि सीजन में 55 केस सामने आ चुके है। चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक साल 2015 में कोटा जिले में सिर्फ 9 रोगी स्क्रब टाइफस पॉजिटिव मिले थे। जो साल दर साल बढ़ते हुए 2019 में 170 तक जा पहुचे थे।

हालांकि चिकित्सा विभाग की टीमें घर घर जाकर पानी की टंकियां, कूलर, ड्रम, परिण्डे, गमले, फ्रीज की ट्रे और छतों पर रखे पानी जमा होने वाले टायर, कबाड़ आदि की जांच कर रही है। लार्वा मिलने पर उन्हें उपचारित किया जा रहा है। टेमीफास की दवा,एमएलओ डाला जा रहा है। इसके अलावा घरों के कमरों में मच्छर रोधी पायरेथ्रम स्प्रे का छिड़काव भी जा रहा है। घरों में लार्वा मिलने पर मकान मालिक को नोटिस दिए जा रहे है।