
दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है। कोरोना के नए खतरे के बीच मॉडर्ना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पॉल बर्टन ने चेतावनी दी है कि अगर किसी मरीज को ओमिक्रॉन और डेल्टा म्यूटेंट स्ट्रेन (Delta Mutant Strain) एक ही समय पर संक्रमित करता है तो कोरोना वायरस का एक नया सुपर वैरिएंट (Super Variant) सामने आ सकता है। बर्टन ने कहा कोरोना संक्रमण में आमतौर पर केवल एक म्यूटेशन स्ट्रेन शामिल होता है, वहीं दुर्लभ मामलों में एक से अधिक स्ट्रेन एक ही समय पर किसी मरीज पर हमला कर सकते हैं। यदि ये दोनों स्ट्रेन भी उसी सेल को संक्रमित करते हैं, तो वे डीएनए की अदला-बदली कर सकते हैं और एकत्र होकर वायरस का एक नया वैरिएंट बनाने में सक्षम हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का कोई नया वैरिएंट सामने आता है तो वह बहुत ही ज्यादा घातक साबित हो सकता है।
मॉडर्ना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पॉल बर्टन ने चेतावनी देते हुए कहा कि ब्रिटेन में जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले तेजी बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए कोरोनो के डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट के मिलने की संभावना भी बढ़ती दिखाई दे रही है।
पॉल बर्टन कहा कि जिस रफ्तार से ब्रिटेन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है, उसे देखते हुए अभी से सतर्क रहने की जरूरत है। आपको बता दे, यूके में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 93,045 मामले दर्ज किए। जो लगातार तीसरे दिन के रिकॉर्ड मामले हैं। ब्रिटेन में शुक्रवार को मिले नए संक्रमितों के बाद कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 11.1 मिलियन तक पहुंच गई है। ब्रिटेन में कोरोना से पिछले 24 घंटों में 111 लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 1,47,000 तक पहुंच गई है। ओमिक्रॉन ने लंदन और स्कॉटलैंड में डेल्टा मामलों को पछाड़ दिया है। गुरुवार को 1,691 मामले ओमिक्रॉन के सामने आए थे, इसके अगले दिन 3,201 नए मामले दर्ज किए गए। यूके में अब तक ओमिक्रॉन के कुल 14,909 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
कोरोना वायरस पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस तरह के मामले दुर्लभ परिस्थितियों में ही सामने आते हैं। अभी तक कोरोना के जीन की अदला बदली होने से तीन कोरोना के नए स्ट्रेन रिपोर्ट किए गए हैं।
वैज्ञानिकों ने बताया कि इस तरह दर्लभ मामलों में वायरस खुद ही म्यूटेट होकर नया वैरिएंट बना लेता है। वायरस आम तौर पर नए वैरिएंट बनाने के लिए रैंडम म्यूटेशन पर निर्भर करता है।
उन्होंने बताया कि ब्रिटेन में पहली बार ओमिक्रॉन का मामला सामने आने के बाद से केवल दो सप्ताह के बाद ही लंदन में ओमिक्रॉन का मरीज सामने आ चुका था। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते खतरे को देखते हुए कहा जा सकता है कि नए साल में स्थिति भयावह होगी।
आपको बता दे, ओमिक्रॉन को डेल्टा की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलने वाला बताया जा रहा है। नए शोध से पता चला है कि नया वैरिएंट बड़े पैमाने पर फैल रहा है। इससे बचाव के लिए वैक्सीन की दो डोज जरूरी हैं।