वन विभाग ने श्रद्धालुओं के लिए पुनः खोला रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाला मार्ग

सवाईमाधोपुर: रणथंभौर टाइगर रिजर्व प्रशासन ने शुक्रवार को त्रिनेत्र गणेश मंदिर तक जाने वाले मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिया है। रणथंभौर बाघ परियोजना के मुख्य वन संरक्षक अनूप के आर के आदेशानुसार यह मार्ग 12 मई की सुबह छह बजे से बंद कर दिया गया था। मार्ग बंद करने का कारण रणथंभौर दुर्ग के पास टाइगर की सक्रियता और उसकी हलचल थी, जिससे सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया था।

यह मार्ग कुल पांच दिनों तक बंद रहा। इस दौरान रणथंभौर नेशनल पार्क के जोन नंबर दो और तीन को भी बाघिन के उग्र व्यवहार के कारण बंद रखा गया था। हालांकि एक दिन पहले ही बाघिन रणथंभौर नेशनल पार्क के निकटवर्ती कुतलपुरा गांव पहुंच गई थी, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने उसे ट्रेंकुलाइज करके वन क्षेत्र के एक एंक्लोजर में सुरक्षित रखा। यह बाघिन इंसानों पर हमला करने वाली थी, इसलिए उसकी सुरक्षा और लोगों की सुरक्षा के लिए उसे एंक्लोजर में बंद कर दिया गया था। इसके बाद वन विभाग को कुछ राहत मिली।

शुक्रवार दोपहर के बाद वन विभाग ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर तक जाने वाले मार्ग को फिर से खोल दिया है। हालांकि इस समय श्रद्धालु इस मार्ग पर केवल चौपहिया वाहन जैसे कि जीप या आरजे 25 रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों द्वारा ही जा सकते हैं। दोपहिया वाहन और पैदल यात्रा पर अभी भी रोक जारी है। वन विभाग द्वारा इस मार्ग को पुनः खोलने से श्रद्धालुओं में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई है। उल्लेखनीय है कि 11 मई को जोगी महल के पास रेंजर देवेंद्र चौधरी ने उस बाघिन का सफलतापूर्वक नियंत्रण कर उसका अंत कर दिया था।