6 फरवरी को देश भर में चक्‍काजाम करेंगे किसान; किले में तब्दील हुए सिंघू, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर

संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को 12 से 3 बजे तक चक्का जाम करने की घोषणा की है। इस दौरान सभी नेशनल और स्टेट हाईवे बंद रहेंगे। किसान नेताओं बलबीर सिंह राजेवाल, योगेंद्र यादव, डा दर्शनपाल, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, प्रेम सिंह भंगू, परमेंद्र मान आदि ने बताया कि सरकार की दमनकारी नीति के विरोध में चक्का जाम किया जा रहा है। वहीं, दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था काफी मजबूत कर दी है।

टीकरी बॉर्डर पर पहले यहां पर सीसी की दीवार बनाई गई थी। सात लेयर में बैरिकेडिंग कर रखी थी, मगर अब सड़क खोदकर उसमें लंबी-लंबी कीलें व नुकीले सरिया लगा दिए गए हैं।

कीलों के अलावा पुलिस में मोटे सरिये को बेहद नुकीला बनाकर इस तरह से लगाया है कि बॉर्डर पार करके कोई गाड़ी अगर जबरन दिल्ली में घुसने की कोशिश करेगी तो गाड़ी का टायर फट जाएगा।

बॉर्डर पर रोड रोलर भी अब खड़े कर दिए गए हैं ताकि किसान अगर दिल्ली में घुसने का प्रयास करें तो उन्हें रोकने के लिए रोड रोलर को सड़क पर खड़ा किया जा सके।

सिंघु बार्डर पर भी पुलिस की ओर से अब सुरक्षा व्यवस्था ज्यादा कड़ी की जा रही है। इसी के मद्देनजर बैरिकेड्स को अब वेल्ड कर उनके बीच की जगह में रोड़ी, सीमेंट आदि डाल कर मजबूती दी जा रही है।

गाजीपुर बॉर्डर किसान आंदोलन का केंद्र बन गया है। यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। यहां रातो-रात 12 लेयर की बैरिकेडिंग भी लगा दी गई है। किसानों को दिल्ली में न आने देने के लिए पुलिस ने सड़क पर बैरिकेड्स लगा रखे हैं। गाजीपुर में बने फ्लाईओवर पर सड़कों के बीचो-बीच डिवाइडर्स रख दिए गए हैं, ताकि उन्हें पार कर किसान दिल्ली की तरफ न आ सकें।

लोहे के बैरिकेड्स के पीछे कई कतारों में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की टुकड़ी भी मौजूद है, जो किसी भी शख्स को रोकने के लिए यहां तैनात की गई है। इन तस्वीरों को देखकर आपको किसी जंग की तैयारी जैसा आभास हो सकता है।

ज्ञात हो कि 26 जनवरी को हिंसा के बाद पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर से आंदोलकारियों को हटाने की कोशिश की थी, जिसके बाद किसान नेता राकेश टिकैत का रोता हुआ वीडियो सामने आया था। इस वीडियो के आने के बाद कमजोर पड़ता किसान आंदोलन फिर से रफ्तार पकड़ चुका है।