दिल्ली में मामूली बात पर बिगड़े हालात, दो समूहों में जमकर हुई पत्थरबाजी, 20 लोग हिरासत में

दिल्ली के वेलकम इलाके में एक बार फिर मामूली बात पर दो गुट आमने-सामने आ गए। बताया जा रहा है कि पार्क में बच्चों को खेलने के दौरान हुए झगड़े ने झड़प का रूप ले लिया और इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाजी भी हुई। मामला इतना बढ़ा की पुलिस ने करीब 20 लोगों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि कड़ा संदेश देने के लिए पुलिस ने इस मामले में दंगों की धाराओं के तहत FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में करीब 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसकी जानकारी नॉर्थ ईस्ट डीसीपी संजय कुमार सैन ने दी।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली के वेलकम इलाके में बुधवार रात पार्क में कुछ बच्चे खेल रहे थे। इस दौरान किसी बात को लेकर बच्चों के बीच झगड़ा हो गया। विवाद बढ़ने के बाद किसी ने दिल्ली पुलिस को रात 10 बजे सूचना दी कि पार्क में बच्चों के बीच झगड़ा हो गया है। सूचना के बाद पुलिस की एक टीम को मौके पर भेजा गया। थोड़ी देर बाद फिर पुलिस को जानकारी मिली कि दो समुदायों के बीच झगड़ा हो गया है। मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत भारी संख्या में पुलिस फोर्स और सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंच गए। शुरुआती जांच में यह पता लगा कि बच्चों के बीच में पार्क में खेलते वक्त झगड़ा हो गया जो थोड़ी देर बाद बड़े झगड़े में तब्दील हो गया।

मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद भीड़ में अधिकतर झगड़े में शामिल नहीं थे। भीड़ के रूप में मौजूद कुछ लोगों ने मामले को समझते हुए दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने का काम किया। पुलिस ने बताया कि हंगामा करने वाले कुछ लोगों की पहचान कर ली गई है और 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी संजय सेन ने बताया कि दिल्ली के वेलकम इलाके में फोटो चौक के एक पार्क में खेलते वक्त दो समुदायों के बच्चों के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों के बच्चों ने एक-दूसरे पर पत्थर भी चलाए। उन्होंने बताया कि पुलिस को पहली कॉल बुधवार रात करीब 10 बजे मिली।

संजय सेन ने बताया कि थोड़ी देर बाद पुलिस को दूसरी कॉल आई और दो समुदायों के बीच झगड़े की बात कही गई। इसके बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस और सीनियर अधिकारी पहुंच गए। पुलिस के मुताबिक, नागरिक भाईचारा कमेटी के लोगों और स्थानीय लोगों की आपसी सुझबुझ की वजह से बात नहीं बढ़ी।