मुंडका आग: दीवार में किया गया बड़ा होल, तोड़ी कांच की दीवारें, तब बची कुछ भाग्यशाली लोगों की जिंदगी

पश्चिमी दिल्ली के मुंडका की चार मंजिला इमारत में 13 मई को शाम करीब 4:30 बजे लगी आग ने 27 लोगों की जिंदगी लील ली। जबकि 50 लोगों को बिल्डिंग से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। आग की लपटों ने बिल्डिंग को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। पूरा सामान जल गया है। कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं और उनके परिवार के सदस्यों को चिंता सता रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई को गोविंद नाम के व्यक्ति ने बताया कि वह यशोदा देवी की तलाश कर रहा है, जो आगजनी की घटना के बाद से लापता हैं। गोविंद ने कहा, ‘मुझे अपने एक दोस्त से पता चला कि बिल्डिंग में आग लगी है। मैं तुरंत यहां पहुंचा और यशोदा की तलाश कर रहा हूं। मैंने अस्पतालों में भी उन्हें ढूंढने की कोशिश की।’

एक अन्य महिला नरगिस ने एएनआई से कहा, ‘मुझे मुस्कान ने फोन पर बताया कि यहां एक इमारत में आग लग गई है। उसने मुझसे कहा कि मैं उसे बचा लूं। हम तुरंत उसके दफ्तर पहुंचे, लेकिन मुस्कान से कॉन्टैक्ट नहीं कर पा रहे। हमने उसे हर जगह ढूंढा है, अस्पतालों में भी खोजा, लेकिन वह नहीं मिली।’

इस बिल्डिंग से निकलने का एक ही रास्ता था। मेन गेट की एंट्री इतनी संकरी थी कि एक बार में एक ही व्यक्ति या तो अंदर जा सकता है या बाहर आ सकता है। ऐसे में यहां तक पहुंचने के लिए बगल वाली बिल्डिंग से दीवार को तोड़ा गया। इसके लिए फायर फाइटर्स की टीम ने कड़ी मशक्कत की। बता दें कि फैक्ट्री के दोनों मालिकों को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। वरुण गोयल और सतीश गोयल को दिल्ली पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।

आग पर काबू पाने के लिए इमारत में एंट्री करना जरूरी था, लेकिन एंट्री का रास्ता एक ही था। लिहाजा दीवार में बड़ा होल किया गया। कांच की दीवारें बनी हुई थीं उसे भी तोड़कर कुछ भाग्यशाली लोगों को अंदर से निकाला गया। इसके बाद बिल्डिंग के अंदर दिल्ली पुलिस के जवान पहुंचे।

संजय गांधी अस्पताल पहुंचे एसडीएम पटेल नगर जितेंद्र कुमार ने बताया कि शव इतने बुरी तरह से जल चुके हैं कि पहचान करना मुश्किल हो रहा है। यहां कई शव हमने देखें हैं। हमने पहचान करने के लिए फोरेंसिक की टीम बुलाई है, उसी से शवों की शिनाख्त हो पाएगी। 12 घायल आए थे, जिनको इलाज के बाद घर जाने दिया गया है।

वहीं एनडीआरएफ की टीम ने कहा कि घटनास्थल पर लगातार आग को कंट्रोल करने और सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है। इमारत के अधिक गर्म होने के कारण एनडीआरएफ और दिल्ली फायर सर्विस को ऑपेरशन में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।