नई दिल्ली। हाई-प्रोफाइल सुकेश चंद्रशेखर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जैकलीन फर्नांडीज की कानूनी लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने अभिनेत्री की इस मामले से अपना नाम हटाने की याचिका पर अंतिम सुनवाई निर्धारित की है।
इस मामले ने जनता और मीडिया का काफी ध्यान खींचा है, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 2022 में दायर चार्जशीट में जैकलीन का नाम शामिल है। अदालत ने दोनों पक्षों से संक्षिप्त दलीलें पेश करने को कहा है, जिस पर अंतिम फैसला 18 सितंबर को आने की उम्मीद है।
यह मामला ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के इर्द-गिर्द घूमता है। इस मामले के सिलसिले में ईडी ने जैकलीन फर्नांडीज से कई बार पूछताछ की है, जिसमें फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह सहित हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के साथ कथित धोखाधड़ी शामिल है।
ईडी का दावा है कि चंद्रशेखर ने फर्नांडीज के लिए महंगे उपहार खरीदने के लिए अवैध रूप से प्राप्त धन का इस्तेमाल किया, जिन्होंने कथित तौर पर उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि को जानते हुए भी उन्हें स्वीकार कर लिया।
जांच के दौरान जैकलीन ने लगातार अपनी बेगुनाही का दावा किया है। उसने बार-बार कहा है कि उसे चंद्रशेखर की अवैध गतिविधियों के बारे में जानकारी नहीं थी और उसने खुद को इस मामले से दूर रखने की कोशिश की है। उसकी कानूनी टीम ने आरोप पत्र से उसका नाम हटाने के लिए कई याचिकाएँ दायर की हैं, जिसमें तर्क दिया गया है कि उसे ठग के आपराधिक लेन-देन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। आगामी सुनवाई यह तय करेगी कि अदालत उसके खिलाफ़ आरोपों को खारिज करने की उसकी याचिका को स्वीकार करती है या नहीं।
ईडी के आरोप और चिंताएँ प्रवर्तन निदेशालय फर्नांडीज के खिलाफ अपने आरोपों में दृढ़ रहा है। एजेंसी का आरोप है कि अभिनेत्री ने न केवल चंद्रशेखर से मूल्यवान उपहार स्वीकार किए, बल्कि मामले से संबंधित साक्ष्यों को नष्ट करने का भी प्रयास किया। ईडी के अनुसार, चंद्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद, फर्नांडीज ने अपने मोबाइल फोन से डेटा मिटा दिया और अपने सहयोगियों को भी ऐसा करने का निर्देश दिया, जिससे महत्वपूर्ण साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ हुई। ईडी ने तर्क दिया है कि ये कार्य मामले में उनकी जागरूकता और भागीदारी को दर्शाते हैं।
फैसले का इंतजार जैसे-जैसे अंतिम सुनवाई नजदीक आ रही है, सभी की निगाहें दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले पर टिकी हैं, जो कानूनी कार्यवाही में जैकलीन फर्नांडीज के भविष्य को निर्धारित करेगा। इस मामले का न केवल अभिनेत्री के करियर पर बल्कि घोटाले के बारे में लोगों की धारणा पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। 18 सितंबर को आने वाला फैसला इस चल रही गाथा में उनकी कानूनी स्थिति को स्पष्ट करेगा।