दिल्‍ली में आज आ सकते हैं 14000 कोरोना केस, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा - अभी लॉकडाउन की जरूरत नहीं

दिल्‍ली में कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 10 हजार 665 नए केस सामने आए, जो पिछले साल 12 मई के बाद से एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं। वहीं, संक्रमण दर बढ़कर 11.88% हो गई है। दिल्‍ली स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 महामारी से 8 मरीजों की मौत के साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 25 हजार 121 हो गई। दिल्ली में अब तक संक्रमण के कुल 14,74,366 मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में मंगलवार को संक्रमण के 5,481 मामले सामने आए थे, जो बुधवार के मामलों की तुलना में लगभग आधे थे। दिल्ली में जिस रफ़्तार से कोरोना के मामले बढ़ रहे है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आज गुरुवार को करीब 14000 केस सामने आ सकते हैं। पॉजिटिविटी रेट 14% पहुंच सकता है।

इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि देश की राजधानी होते हुए दिल्ली ने सबसे पहले सबसे ज्‍यादा प्रतिबंध लगा दिए हैं, ऐसा लगता नहीं है कि अभी लॉकडाउन की जरूरत है। जैन ने कहा कि अब तक दिल्‍ली में ओमिक्रॉन के 465 केस हैं, लेकिन किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।

दिल्‍ली सरकार ने अपने अस्‍पतालों में कोविड बेड्स की संख्‍या 3,316 से बढ़ाकर 4,350 कर दी है। इस वक्‍त इंदिरा गांधी अस्‍पताल में सबसे अधिक 1500 बेड उपलब्‍ध हैं। इससे पहले 1181 कोविड बेड थे। इसके अलावा लोक नायक अस्‍पताल, गुरु तेग बहादुर अस्‍पताल, बुराड़ी अस्‍पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्‍पताल, अंबेडकर अस्‍पताल, डीडीयू अस्‍पताल, डीसीबी अस्‍पताल और डॉक्‍टर बाबासाहेब अंबेडकर अस्‍पताल में बेड बढ़ाए गए हैं। फिलहाल दिल्‍ली सरकार के अस्‍पतालों 708 कोरोना से संक्रमित मरीज भर्ती हैं।