CWG 2018 : फाइनल में पहुंचने से चूकी भारतीय पुरुष टीम, न्यूजीलैंड के हाथों 2-3 से मिली करारी हार

भारतीय पुरुष हॉकी टीम को शुक्रवार को 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के 9वें दिन सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों 2-3 की शिकस्त झेलनी पड़ी। हालांकि, भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज मेडल सुनिश्चित कर लिया है और अब शनिवार को उसका सामना ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड से होगा। बहरहाल, न्यूजीलैंड की तरफ से युगो इंग्लिस, स्टीफन जेनिस और मार्कस चाइल्ड ने गोल किए। वहीं भारतीय टीम से दोनों गोल हरमनप्रीत सिंह ने किया। भारत ने इस मैच में गोल करने के कई मौके गंवाए। वहीं न्यूजीलैंड ने कम मौकों को भुनाया और फाइनल में एंट्री की।

भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबले की शुरुआत जोरदार हुई। भारतीय टीम ने शुरुआत से गेंद पर कब्ज़ा जमाए रखा और पहले क्वार्टर के चौथे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। मनप्रीत सिंह और गुरजंत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने के भरसक प्रयास किए, लेकिन कीवी डिफेंस ने उन्हें सफल नहीं होने दिया। न्यूजीलैंड ने मैच के सातवें मिनट में शानदार मौका बनाया और युगो इंग्लिस ने रिवर्स स्वीप स्टिक से शॉट खेलकर मैच का पहला गोल किया। न्यूजीलैंड ने भारत पर 1-0 की बढ़त हासिल की। अगले ही मिनट भारत ने भी मौका बनाया। आकाशदीप ने

स्टीफन जेनिस ने मैच के 13वें मिनट में बहुत ही आसान मौका बनाया और गोल दागकर कीवी टीम की बढ़त 2-0 कर दी। भारतीय टीम पहले ही क्वार्टर में बैकफुट पर जाती दिखी। पहले क्वार्टर में न्यूजीलैंड ने 2-0 की बढ़त बनाई। दूसरे क्वार्टर में भी कीवी टीम का पलड़ा भारी रहा। 7 मिनट के बाद कीवी टीम को दोबारा पेनल्टी कॉर्नर मिला। पीआर श्रीजेश ने बेहतरीन बचाव करते हुए गोल सुरक्षित किया। भारत ने अगले ही पल गोल का मौका बनाया, लेकिन ललित कामयाब नहीं हुए।

दूसरे क्वार्टर के अंत में पेनल्टी स्ट्रोक की मदद से हरमनप्रीत सिंह ने गोल किया। दरअसल, भारत को मैच का उनका पेनल्टी कॉर्नर मिला था। गोलकीपर के डिफेंड करने के बाद कीवी खिलाड़ी के शरीर पर गेंद लगते ही अंपायर ने पेनाल्टी स्ट्रोक का इशारा किया। इस सुनहरे अवसर को भुनाते हुए हरमनप्रीत ने भारत का पहला गोल किया। तीसरे क्वार्टर के चौथे मिनट में भारत को दूसरी पेनाल्टी कॉर्नर मिली। मगर उसे भारतीय टीम गोल में नहीं बदल पाई।

तीसरे क्वार्टर के 15वें मिनट में न्यूजीलैंड को लगातार 2 पेनल्टी कॉर्नर मिले। पहले में असफल रहने के बाद दूसरी दफा ब्लैक कैप्स ने कोई गलती नहीं की। गोलकीपर श्रीजेश को गच्चा देते हुए मार्कस चाइल्ड ने गोल किया। अगले ही मिनट भारत को भी एक गोल करने का सुनहरा अवसर मिला। मगर भारतीय टीम न्यूजीलैंड की लीड को कम नहीं कर पाई। तीसरे क्वार्टर की समाप्ति पर कीवी टीम 3-1 की बढ़त पर रही। चौथे क्वार्टर में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और तीसरे मिनट में चिंगलेनसेना को ग्रीन कार्ड दिखाया गया। भारतीय टीम को दो मिनट 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा। मैच में जब पांच मिनट बचे थे तब भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला। वरुण कुमार ने गेंद पर नियंत्रण खो दिया और भारत के हाथ से गोल करने का एक और अवसर छूट गया।

हरमनप्रीत ने फिर पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागकर अंतर 2-3 कर दिया। मैच में तब साढ़े तीन मिनट का समय बचा था। भारत के आकाशदीप सिंह को जल्द ही रेफरी ने पीला कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया। इसके बाद भारतीय टीम ने अंतिम समय में गोल करने की पूरी कोशिश की, लेकिन न्यूजीलैंड की रक्षापंक्ति ने उन्हें सफल नहीं होने दिया। अब भारतीय टीम ब्रॉन्ज मेडल के लिए ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड से भिड़ेगी।