कॉमनवेल्थ गेम्स के छठे दिन भारत की शानदार शुरुआत हुई। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने मलेशिया को 2-1 से हराकर दिन की शुरुआत की। इस तरह भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई और भारत का एक और पदक लगभग पक्का हो गया। लकिन निशानेबाजी में भारत को निराशा हाथ लगी। 50 मीटर प्रोन पोजिशन में भारत के चैन सिंह और गगन नारंग फाइनल राउंड से बाहर हो गए। लेकिन इस निराशा को शूटर हिना सिद्धू ने जल्द ही खुशी में तब्दील कर दिया। सिद्धू ने 25 मी. पिस्टल वर्ग में अचूक निशाना साधते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया। यह भारत के लिए 11वां स्वर्ण और कुल मिलाकर 20वां पदक रहा।
हीना सिद्धू कुल 38 अंकों के फाइनल स्कोर के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा किया, जबकि ऑस्ट्रेलियाई शूटर एलिना गलिआबोविच 35 अंकों के फाइनल स्कोर के साथ स्थान पर रही और सिल्वर मेडल जीता। वहीं, तीसरे स्थान पर रही मलेशिया के आलिया सजान को 26 अंकों के साथ ब्रॉन्ड मेडल से ही संतोष करना पड़ा। इसके अलावा फाइनल इवेंट के इस मुकाबले में भारत की ही एक अन्य महिला शूटर अनु सिंह 15 प्वाइंट के साथ छठे स्थान पर रही।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में यह हीना का दूसरा मेडल था। इसके पहले उन्होंने 10 मीटर शूटिंग प्रतिस्पर्धा में सिल्वर मेडल पर निशाना दागा था। हीना के 234.0 स्कोर थे जबकि ऑस्ट्रेलिया की एलिना गलिआबोविच ने 214.9 के स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता था। हिना, गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय शूटर मनु भाकर से करीब 7 अंक पीछे रहीं। उन्होंने स्टेज वन में 46.1 और 95.5 अंक हासिल किए, जबकि स्टेज 2 एलिमिनेशन राउंड में 234 का स्कोर किया था।
बता दें कि अभी तक भारत के खाते में कुल 20 मेडल आए हैं, जिनमें 11 गोल्ड, 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज शामिल है।