राजस्थान में कोरोना का कहर, पिछले 24 घंटे में मिले 1817 नए मामले, 15 की हुई मौत

राजस्थान में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। पीछले कुछ दिनों से यहां 1500 से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे है। शुक्रवार को राज्य में 1817 नये मामले सामने आए और 15 मरीजों की मौत भी हुई। शुक्रवार को मिले मरीजों के बाद राजस्थान में कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 1,11,290 हो गई। अब तक राज्य में 1308 लोगों की इस वायरस की वजह से मौत हो गई है। जयपुर में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक कुल 307 लोगों की, जोधपुर में 130, बीकानेर में 101,अजमेर में 93, कोटा में 92 मौत हो चुकी हैं।

राज्य में अब तक कुल 92 हजार 265 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो चुके है। संक्रमण के रिकार्ड 1 हजार 817 नये मामले सामने आने से राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या 1,11,290 हो गयी जिनमें से 17,717 रोगी उपचाराधीन हैं। नये मामलों में जयपुर में 333, जोधपुर में 301, कोटा में 144, अजमेर में 105, उदयपुर में 98, अलवर में 93, भीलवाडा में 59, पाली- सीकर में 50- 50, बीकानेर में 46 और नागौर में 41 हैं।

जोधपुर में कोरोना संक्रमण के मामले रोज दोगुनी गति से बढ़ रहे हैं

बता दें कि बीते 15 सितंबर को खबर सामने आई थी कि जोधपुर में कोरोना संक्रमण के मामले रोज दोगुनी गति से बढ़ रहे हैं। साथ ही रोज बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी हो रही है। सोमवार को यहां कोरोना संक्रमित 432 नए केस मिले थे। वहीं आठ और संक्रमितों की मौत हो गई थी। इसमें एक कर्मचारी और दूसरे भाजपा नेता शामिल थे। इस तरह जोधपुर में कोरोना दिनों दिन खतरनाक होता जा रहा है। रविवार को जहां 505 नए रोगी मिले थे वहीं सोमवार को 432 नए मामले सामने आ गए।

जोधपुर में सितम्बर के 14 दिन में ही 91 लोग दम तोड़ चुके हैं

जोधपुर में अभी तक 264 लोगों की मौत हो चुकी है। जोधपुर में सितम्बर के 14 दिन में ही 91 लोग दम तोड़ चुके हैं। अब तक कुल 17 हजार 898 संक्रमित मिल चुके हैं। जोधपुर में कोरोना संक्रमितों के मिलने की यदि यही रफ्तार रही तो अगस्त के पूरे महीने में मिले 6045 मरीजों का आंकड़ा 20 सितंबर के पहले ही पार हो जाएगा। महीने के अंत तक कुल मरीजों का आंकड़ा 22 हजार पार हो सकता है। संक्रमित रोगियों की संख्या जोधपुर में दिनोंदिन बढ़ रही है, जिस पर लगाम लगाने में प्रशासन और चिकित्सा विभाग नाकाम साबित हो रहा है।

कलेक्टर-सीएमएचओ की टीम रोज जारी करे स्थानीय कोरोना रिपोर्ट

उधर, प्रदेश में हैल्थ विभाग की स्थानीय और स्टेट रिपोर्ट में कोरोना के मरीजों-मौतों के अलग-अलग आंकड़े जारी होने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सख्त निर्देश दिए। गहलोत ने अफसरों से कहा कि आंकड़ों में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। ताकि सही आंकड़े सामने आएं।

मरीजों के आंकड़ों को जिला स्तर पर कलेक्टर, सीएमएचओ व जिला अस्पताल या मेडिकल काॅलेज के प्रभारी अधिकारी (प्राचार्य अथवा पीएमओ) या उसके प्रतिनिधि की टीम रोजाना सभी निजी एवं सरकारी अस्पतालों और लैब से दिनभर की रिपोर्ट संकलित कर सरकार को भेजे और स्थानीय स्तर पर भी जारी करे। गहलोत ने शुक्रवार को सीएम निवास पर प्रदेश में कोविड-19 महामारी की स्थिति और उससे बचाव के उपायों पर अधिकारियों तथा वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ उच्च स्तरीय बैठक के दौरान ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति द्वारा दो बार सैम्पल देने की स्थिति में भी मरीज की गिनती समुचित रूप से हो। हमारी जिम्मेदारी हर मरीज के प्रति है और उसकी सही स्थिति की जानकारी परिजनों को देना सुनिश्चित किया जाए, ताकि किसी भ्रम की स्थिति न रहे।