साल 2008-10 के बीच जन्मे बच्चों का कोरोना टीकाकरण शुरू, यहां जानें सबकुछ

12-14 साल तक के बच्चों के लिए आज से कोरोना टीकाकरण शुरू हो गया है। इस आयु वर्ग के लाभार्थियों को केवल हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल-ई द्वारा विकसित कोर्बेवैक्स का टीका ही लगाया जाएगा। लाभार्थी ऑनलाइन पंजीकरण के अलावा सीधे टीकाकरण केंद्र पर जाकर भी वैक्सीन लगवा सकेंगे। देश में इस आयु वर्ग के 4,74,73,000 बच्चों को टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के साथ एक सूची साझा की है जिसके अनुसार देश में 12-13 साल के बीच 1,21,43,000 लड़के और 1,13,27,000 लड़कियां हैं। इसी तरह 13-14 साल के 1,22,50,000 लड़के और 1,14,23,000 लड़कियां हैं जिन्हें कोर्बेवैक्स की दो खुराक 28 दिन के अंतराल में देनी अनिवार्य है।

टीका देने से पहले उक्त केंद्र के मुख्य अधिकारी की यह जिम्मेदारी होगी कि उम्र संबंधी दस्तावेज की जांच करने के बाद ही बच्चे का टीकाकरण किया जाए। मार्च 2022 तक इनकी आयु 12 से 14 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यानि, 2008-2010 के बीच जन्मे बच्चों को ही यह वैक्सीन लगाई जाएगी।

नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्युनाइजेशन (एनटीएजीआई) के कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ डीके अरोड़ा का कहना है कि हमारा प्राथमिक फोकस पहले से ऐसी बीमारियों से जूझ रहे बच्चों पर है, लेकिन ऐसा कोई डाटा उपलब्ध नहीं होने के कारण सभी बच्चों के टीकाकरण का निर्णय लिया गया है।