वायनाड। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा हाल ही में हुए भूस्खलन के बाद स्थिति का आकलन करने के लिए आज वायनाड जिले के चूरलमाला में भूस्खलन स्थल पर पहुंचे। विनाशकारी भूस्खलन के कारण 172 लोगों की मौत हो गई है। कांग्रेस नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार दोपहर यहां भूस्खलन प्रभावित चूरलमाला इलाके का दौरा किया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ भूस्खलन में बचे लोगों से मिलने के लिए वायनाड के मेप्पाडी सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक राहत शिविर का दौरा किया।
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस नेताओं को खराब मौसम के कारण भूस्खलन प्रभावित वायनाड का दौरा स्थगित करना पड़ा था। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि लगातार बारिश और प्रतिकूल मौसम के कारण विमान का उतरना असंभव होगा। नेताओं ने जल्द से जल्द जिले का दौरा करने की मंशा जताई।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बारिश के बीच मौके पर पहुंचने के बाद गांधी और उनकी बहन मेप्पाडी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि वहां से वे दोनों डॉ. मूपेन मेडिकल कॉलेज और मेप्पाडी के
दो राहत शिविरों में जाएंगे। एआईसीसी महासचिव और अलप्पुझा के सांसद के सी वेणुगोपाल भी उनके साथ हैं।
2019 के आम चुनावों में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से जीतने वाले गांधी ने इस साल फिर से यहीं से जीत हासिल की है। हालांकि, चूंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से भी जीत हासिल की है, इसलिए उन्होंने वायनाड निर्वाचन क्षेत्र छोड़ दिया है, जहां से प्रियंका के उपचुनाव में चुनाव लड़ने की उम्मीद है।
गांधी और वाड्रा सुबह 9.30 बजे कन्नूर हवाई अड्डे पर उतरे और फिर सड़क मार्ग से वायनाड पहुंचे।
मंगलवार की सुबह मूसलाधार बारिश के कारण हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन ने मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा बस्तियों को प्रभावित किया, जिसमें अब तक महिलाओं और बच्चों सहित 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।