चूरू। पिछले दो दिनों से राजस्थान के कई जिलों में तेज आंधी-तूफान आया है। आँधी के साथ-साथ राज्य के कई जिलों में बारिश और ओले भी पड़े हैं। वहीं, चूरू जिले में शुक्रवार को पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान अचानक मौसम बिगड़ने के बाद पंडाल गिरने से अफरा तफरी मच गई। इससे तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मंजूरी के बिना हो रही थी कथा
इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि पंडित जी की कथा का आयोजन जिला प्रशासन की मंजूरी के बिना किया जा रहा था। घटना के बाद शुक्रवार को शुरू होने वाली कथा को रद्द कर दिया गया। कथा के दौरान तेज हवाओं और धूल भरी आंधी के कारण पंडाल गिर गया। इस कारण अफरा-तफरी मच गई।
एकत्रित हुए 15 हजार लोग
पुलिस ने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए करीब 15 हजार लोग आए हुए थे। इस घटना में एक बच्चे सहित एक पुरुष और एक महिला घायल हो गई। तीनों को तुरंत ही नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। सुरक्षा उपाय के तौर पर आयोजन स्थल को खाली करा दिया गया। पुलिस के दिशा-निर्देशों का नहीं हुआ पालन
रतनगढ़ पुलिस के अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि यह आयोजन बिना आधिकारिक अनुमति के किया जा रहा था। जिलाधिकारी ने बुधवार को और जिला पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार को आयोजन स्थल का दौरा किया था। उन्होंने आयोजकों को सभी सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए थे लेकिन निर्देशों का पालन नहीं किया गया और कोई पुख्ता सुरक्षा उपाय नहीं किए गए। मैदान में नहीं दी गई थी कथा की अनुमति
पुलिस ने ये भी बताया कि निर्देशों का पालन नहीं किया गया था, इसलिए मैदान में कथा की अनुमति नहीं दी गई। इसके बावजूद आज कार्यक्रम शुरू हुआ। पंडाल सुरक्षित नहीं था और सुरक्षा के जरूरी उपाय तक नहीं किए गए थे। आंधी-तूफान से पंडाल गिर गया और तीन लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कर इलाजा कराया गया। साथ ही इस मामले की जांच पड़ताल कराई जा रही है।