मस्जिद में 51 लोगों को गोलियों से भूनने वाला आरोपी कोर्ट में मुस्कुराते हुए बोला - मुझे कोई अफसोस नहीं, मैं दोषी नहीं

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर फायरिंग कर 51 लोगों की जान लेने वाले आरोपी को अपनी करनी पर जरा भी अफसोस नहीं है। आरोपी ने कहा कि वह लोगों की हत्या करने और आतंकवाद संबंधी आरोपों का दोषी नहीं है। आरोपी ब्रेंटन टैरेंट क्राइस्टचर्च उच्च न्यायालय में ऑकलैंड की अत्यधिक सुरक्षा वाली जेल से ‘ऑडियो-विजुअल लिंक' के माध्यम से पेश हुआ। टैरेंट के वकील ने कहा उनके मुवक्किल ने अपील की है कि उन्हें अपने किए पर कोई अफसोस नहीं है। मामले की अगली सुनवाई अब अगले साल 4 मई को होगी।

पुलिस ने आरोपी पर 51 लोगों को मारने, 40 लोगों को जान से मारने की कोशिश और आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने जैसी धाराएं लगाई हैं। ये हमले 15 मार्च को किए गए थे। कोर्ट ने उसकी मेडिकल जांच भी करवाई, जिसमें उसे मानसिक रूप से सही पाया गया। टैरेंट ऑस्ट्रेलियन मूल का फिटनेस इंस्ट्रक्टर है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा था- ब्रेंटन ऑस्ट्रेलिया का नागरिक है और वह कट्टरपंथी राइट विंग से जुड़ा है।

सुनवाई के दौरान टैरेंट को कई बार कुटिल मुस्कान के साथ देखा गया

28 साल के टैरेंट ने 15 मार्च (शुक्रवार) को क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों अल-नूर और लिनवुड में दोपहर की नमाज के दौरान हमलावर ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी। 51 लोगों की जान गई थी। इसमें बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी बाल-बाल बच गए थे। इसके अगले दिन शनिवार को पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, तब वह पूरे समय मुस्कुराता रहा। मीडिया के सामने भी वह हंस ही रहा था। कोर्ट में उसने खुद को फासिस्ट बताया और जमानत के लिए आग्रह भी नहीं किया था।