बच्चों के लिए सुरक्षित और प्रभावी साबित हो रही चीन की कोरोना रोधी वैक्सीन

कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए वैक्सीनेशन होना बहुत जरूरी हैं। बुजुर्गों, युवाओं में वैक्सीनेशन के बाद अब बच्चों में वैक्सीन लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं और इसको लेकर लगातार ट्रायल किए जा रहे हैं। ऐसे में चीन निर्मित कोरोना रोधी टीके ‘कोरोनावैक’ की दो खुराकें बच्चों के लिए सुरक्षित और प्रभावी साबित हो रही और उनमें मजबूत एंटीबॉडी बनाने में सक्षम हैं। चीन के सिनोवैक लाइफ साइंसेज के छियांग गाओ के मुताबिक, वयस्कों की तुलना में बच्चों और किशोरों में कोरोना के आमतौर पर मामूली लक्षण होते हैं या कई बार लक्षण होते ही नहीं हैं। लेकिन कुछ बच्चों को गंभीर लक्षण होने की भी आशंका है।

‘द लांसेट इन्फेक्शियस डिजीज’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया है कि सिनोवैक निर्मित ‘कोरोनावैक’ के 550 प्रतिभागियों पर किए गए पहले एवं दूसरे चरण के ट्रायल में शामिल 96 फीसदी से अधिक बच्चों और किशोरों को टीके की दोनों खुराक मिलने के बाद उनमें सार्स-सीओवी2 के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित हो गईं। शोधकर्ताओं ने बताया कि टीके के प्रतिकूल प्रभाव हल्के से लेकर मध्यम तक थे जिनमें इंजेक्शन लगने के स्थान पर दर्द सबसे सामान्य लक्षण रहा।